ETV Bharat / state

झारखंड में वर्षापात का हाल, आठ जिलों में सामान्य से कम हुई है बारिश, गोड्डा की स्थिति में सुधार, रांची के लिए येलो अलर्ट - Rainfall in Jharkhand

Rainfall forecast in Jharkhand. झारखंड में इस बार अबतक अच्छी बारिश हुई है. कुछ जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई. पिछले दिनों राज्य में अच्छी बारिश हुई है. फिलहाल मौसम विभाग ने रांची में येलो अलर्ट जारी किया है.

RAINFALL IN JHARKHAND
झारखंड में बारिश (ईटीवी भारत)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 5, 2024, 1:34 PM IST

रांचीः दो साल बाद झारखंड पर मौसम मेहरबान हुआ है. अच्छी बारिश होने से किसान खुश हैं. इस बीच मौसम केंद्र ने रांची के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. जिला में अगले कुछ घंटों के भीतर मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ-साथ बारिश की संभावना है. इसलिए किसानों को खेतों में जाने से बचने की सलाह दी गई है.

हालांकि 1 जून से 5 सितंबर तक हुए वर्षापात का आंकलन करें तो अभी भी आठ जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से कम बारिश हुई है. एक दिन पहले तक इस लिस्ट में गोड्डा का भी नाम था, लेकिन 24 घंटे के भीतर वहां की स्थिति में सुधार हुआ है. फिलहाल, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, लोहरदगा, गुमला, चतरा, हजारीबाग, देवघर और पाकुड़ में सामान्य से कम बारिश हुई है.

रांची मौसम केंद्र के मुताबिक सबसे खराब स्थिति पाकुड़ जिले की है. वहां अबतक 437.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है, जो सामान्य से 54 प्रतिशत कम है. इसके बाद लोहरदगा में 37 प्रतिशत, देवघर में 36 प्रतिशत, चतरा में 35 प्रतिशत, पश्चिमि सिंहभूम में 27 प्रतिशत, हजारीबाग में 23 प्रतिशत, गुमला में भी 23 प्रतिशत और पूर्वी सिंहभूम में सामान्य से 21 प्रतिशत कम बारिश हुई है.

झारखंड में अगर 840.2 मिमी बारिश होती है तो उसे नॉर्मल कैटेगरी में रखा जाता है. इस लिहाज से अबतक 728.6 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य से करीब 13 प्रतिशत कम है. लेकिन मौसम केंद्र का अनुमान है कि आने वाले दिनों में यह कमी पूरी होने की संभावना है. लिहाजा, इस बार धान की अच्छी पैदावार की उम्मीद है. राज्य में लक्षित 28.27 लाख हेक्टेयर में से अकेले 18 लाख हेक्टेयर में धान की फसल लगायी जाती है. इस साल 2 सितंबर तक 15 लाख 78 हजार 870 हेक्टेयर में धान की रोपनी हो चुकी है, जो लक्ष्य का 87.72% है. इस साल मोटे अनाज के साथ-साथ मक्का, तिलहन और दलहन की भी अच्छी पैदावार की उम्मीद है.

रांचीः दो साल बाद झारखंड पर मौसम मेहरबान हुआ है. अच्छी बारिश होने से किसान खुश हैं. इस बीच मौसम केंद्र ने रांची के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. जिला में अगले कुछ घंटों के भीतर मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ-साथ बारिश की संभावना है. इसलिए किसानों को खेतों में जाने से बचने की सलाह दी गई है.

हालांकि 1 जून से 5 सितंबर तक हुए वर्षापात का आंकलन करें तो अभी भी आठ जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से कम बारिश हुई है. एक दिन पहले तक इस लिस्ट में गोड्डा का भी नाम था, लेकिन 24 घंटे के भीतर वहां की स्थिति में सुधार हुआ है. फिलहाल, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, लोहरदगा, गुमला, चतरा, हजारीबाग, देवघर और पाकुड़ में सामान्य से कम बारिश हुई है.

रांची मौसम केंद्र के मुताबिक सबसे खराब स्थिति पाकुड़ जिले की है. वहां अबतक 437.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है, जो सामान्य से 54 प्रतिशत कम है. इसके बाद लोहरदगा में 37 प्रतिशत, देवघर में 36 प्रतिशत, चतरा में 35 प्रतिशत, पश्चिमि सिंहभूम में 27 प्रतिशत, हजारीबाग में 23 प्रतिशत, गुमला में भी 23 प्रतिशत और पूर्वी सिंहभूम में सामान्य से 21 प्रतिशत कम बारिश हुई है.

झारखंड में अगर 840.2 मिमी बारिश होती है तो उसे नॉर्मल कैटेगरी में रखा जाता है. इस लिहाज से अबतक 728.6 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य से करीब 13 प्रतिशत कम है. लेकिन मौसम केंद्र का अनुमान है कि आने वाले दिनों में यह कमी पूरी होने की संभावना है. लिहाजा, इस बार धान की अच्छी पैदावार की उम्मीद है. राज्य में लक्षित 28.27 लाख हेक्टेयर में से अकेले 18 लाख हेक्टेयर में धान की फसल लगायी जाती है. इस साल 2 सितंबर तक 15 लाख 78 हजार 870 हेक्टेयर में धान की रोपनी हो चुकी है, जो लक्ष्य का 87.72% है. इस साल मोटे अनाज के साथ-साथ मक्का, तिलहन और दलहन की भी अच्छी पैदावार की उम्मीद है.

ये भी पढ़ेंः

सुखाड़ की संभावना से किसानों के चेहरे पड़े थे पीले, अब छाई हरियाली, बंपर पैदावार की संभावना से उत्साहित - Paddy cultivation in Latehar

कम बारिश होने पर भी होगी धान की बंपर पैदावार, बस अपनाएं ये उपाय - Increase paddy production

नेतरहाट में सेब की खेतीः ठंड मौसम को देखते हुए लगाए गये हैं चार किस्म के सेब - Apple cultivation

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.