देहरादूनः राजाजी टाइगर रिजर्व में बाघों की मौजूदगी को बढ़ाने के लिए उत्तराखंड वन विभाग, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) की अनुमति से कार्यक्रम चला रहा है. इसके तहत राजाजी टाइगर रिजर्व में नए बाघों को लाने की कोशिशें चल रही है. इसी कड़ी में अब तक चार बाघ राजाजी टाइगर रिजर्व में लाए जा चुके हैं. जबकि उत्तराखंड वन विभाग द्वारा राजाजी में 5वें बाघ को लाने की अनुमति ली जा चुकी है. वन विभाग 5वें बाघ को लाने के लिए जमकर 'कसरत' कर रहा है. उम्मीद है कि वन विभाग बारिश खत्म होते ही पांचवें बाघ को राजाजी टाइगर रिजर्व में लाएगा.
वहीं, अच्छी बात यह है कि राजाजी टाइगर रिजर्व में लाई गई बाघिन शावकों को जन्म दे चुकी है. इसके बाद से ही वन क्षेत्र में बाघों की संख्या बढ़ाने को लेकर वन विभाग बेहद ज्यादा आशान्वित है. वन विभाग की माने तो 5वां बाघ आने से राजाजी में स्थितियां और बेहतर होगी. जबकि इसके बाद उत्तराखंड वन विभाग, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के साथ और अधिक बाघों को यहां लाने पर भी बातचीत करेगा. इससे पहले कॉर्बेट से 5 बाघों को राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी इलाके में शिफ्ट कि जाने की एनटीसीए ने अनुमति दी थी.
राजाजी टाइगर रिजर्व में फिलहाल कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से ही बाघ लाने का काम किया जा रहा है. जबकि इसके बाद राजाजी के ही अधिक घनत्व वाले क्षेत्र से बाघों को शिफ्ट किया जा सकता है. फिलहाल, वन विभाग को मौसम साफ होने का इंतजार है. ताकि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से टाइगर ट्रांसलोकेट प्रोजेक्ट के आखिरी बाघ को भी लाया जा सके.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड के राजाजी टाइगर रिजर्व में बाघों की सर्वाइवल जंग, WII के अध्ययन ने खोले कई राज