रांची: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य सरकार इन दिनों झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा चयनित विभिन्न परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौपने में जुटी है. इसी के तहत गुरुवार 7 मार्च को राजधानी के धुर्वा स्थित शहीद मैदान में नियुक्ति पत्र वितरण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें 1250 उत्तर माध्यमिक विद्यालयों के स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों, 1500 कनीय अभियंता, 34 खान निरीक्षक, 15 पाइपलाइन निरीक्षक और 55 स्ट्रीट लाइट निरीक्षक को नियुक्ति पत्र सौंपा गया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन जहां पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर निशाना साधते नजर आए वहीं झारखंड की खनिज संपदा को केंद्र की भाजपा सरकार और गुजरात के लोगों के द्वारा लूटने का आरोप लगाते रहे. राज्य के 2454 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में 30,000 नियुक्तियां राज्य में की जाएंगी.
प्राइमरी स्तर पर जनजाति भाषा में होगी पढाई- सीएम
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने आने वाले समय में राज्य में प्राइमरी स्तर पर जनजातीय भाषा में पढ़ाई शुरू करने की बात कहते हुए कहा कि इसमें बंगाली और उड़िया भाषा भी शामिल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्तर पर स्थानीय भाषा में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि यहां के लोगों को उच्च शिक्षा के लिए गहना गिरवी नहीं रखना होगा.
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आज रांची में 2,454 स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों एवं जूनियर इंजिनियरों के बीच नियुक्ति पत्र वितरण करने का अवसर मिला। आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
— Champai Soren (@ChampaiSoren) March 7, 2024
आप लोग यह संकल्प लीजिए कि झारखंड को शिक्षित एवं विकसित बनाने के राज्य सरकार के अभियान का हिस्सा बनेंगे तथा अपने दायित्वों… pic.twitter.com/MU19WjaHV1
राज्य सरकार ने ऐसी योजना की शुरुआत की है जिससे यहां के आदिवासी, मूलवासी, दलित परिवार के बच्चे भी अब विदेश में पढ़ाई कर सकेंगे. हम ऐसा झारखंड का निर्माण करेंगे जिसमें एक मानव से दूसरे मानव के साथ भेदभाव नहीं रहेगा. यही वजह है कि हमारी सरकार की प्राथमिकता में शिक्षा है जिससे सामाजिक व्यवस्था में बदलाव देखने को मिलेगा.
केन्द्र पर सीएम चंपाई ने साधा निशाना
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने पिछली भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 5000 से अधिक प्राइमरी स्कूल को पिछली सरकार ने बंद करने का काम किया था. बहरूपिया राजनीति करने वाले ऐसे दल झारखंड की सामाजिक आर्थिक व्यवस्था को चौपट करने का काम किया है. केंद्र सरकार ने यहां के आदिवासी मूलवासी के साथ भेदभाव किया और आवास योजना से वंचित किया. इसीलिए हेमंत बाबू ने अबुआ आवास लाने का काम किया.
मुख्यमंत्री ने वन अधिकार से वंचित करने का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और अपनी सरकार की पीठ थपथपाते हुए रोटी कपड़ा और आवास जनता को देने की बात कही. इधर, नियुक्ति पत्र पाने में सफल रहे अभ्यर्थियों में काफी खुशी देखी गई. कार्यक्रम के दौरान नियुक्ति पत्र लेने आए अभ्यर्थी चंपाई सोरेन जिंदाबाद के नारे लगाते रहे.
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