जयपुर : कोलकाता में रह रहे अप्रवासी राजस्थानियों से राजस्थान के सरकारी स्कूलों के लिए सीएसआर और व्यक्तिगत डोनेशन से सहयोग जुटाने का प्रयास किया जाएगा. इसके लिए खुद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर विभाग के अधिकारियों के साथ कोलकाता जाएंगे और अप्रवासी राजस्थानियों से मुलाकात कर उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में अपनी माटी से जोड़े रखने का प्रयास करेंगे.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राइजिंग राजस्थान समिट की सफलता के लिए सभी विभागों को टारगेट दिया है. इस टारगेट को पूरा करने के लिए विभाग अपने-अपने स्तर पर प्री समिट भी करा रहे हैं. साथ ही विभिन्न प्रदेशों का दौरा कर मंत्री अपने विभागों में इन्वेस्टर्स को इकट्ठा कर रहे हैं. इस क्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर शिक्षा विभाग में व्यावसायिक कंपनियों की ओर से सीएसआर के तहत निवेश को लेकर संपर्क कर भामाशाहों को प्रेरित कर रहे हैं. आगामी 19 से 21 नवंबर तक शिक्षा विभाग का प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के दौरे पर जाएगा. प्रतिनिधिमंडल में शिक्षा शासन सचिव कृष्ण कुणाल, समग्र शिक्षा राज्य परियोजना निदेशक अविचल चतुर्वेदी, माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी अन्य विभागीय अधिकारी शामिल होंगे.
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इस संबंध में शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल कलकत्ता में रह रहे अप्रवासी राजस्थानियों से मुलाकात कर उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में अपनी माटी से जोड़े रखने के प्रयास करेगा. शिक्षा विभाग के क्षेत्र में सहयोग करने में आ रही समस्याओं के समाधान करेगा. विभाग के ज्ञान संकल्प पोर्टल का प्रचार-प्रसार करेगा और इसके जरिए सरकारी स्कूलों के लिए ज्यादा से ज्यादा सीएसआर और व्यक्तिगत डोनेशन से सहयोग जुटाने के प्रयास करेगा.
इससे पहले शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के नेतृत्व में बीते महीने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाले मुंबई का दौरा किया था और अप्रवासी राजस्थानियों और उद्योगपतियों के समूहों के साथ वार्ता कर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में निवेश की संभावनाओं और अवसरों की जानकारी दी. मुंबई दौरे के चलते 6 अक्टूबर को जयपुर में आयोजित राइजिंग राजस्थान प्री- एजुकेशन समिट में 111 करोड़ रुपए के एमओयू साइन किए गए.