लखनऊ/अमेठी : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को लखनऊ, अमेठी, दिल्ली और मुंबई में स्थित पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के 13 ठिकानों पर छापेमारी की. इसके बाद टीम पूर्व मंत्री के बेटे अनुराग प्रजापति को अपने साथ लखनऊ जोनल कार्यालय लेकर आई है. अनुराग से अभी पूछताछ चल रही है. छापेमारी के दौरान एजेंसी को 44 लाख रुपये की नकदी और बेनामी संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज मिले हैं.
रिहायशी बिल्डिंग के फ्लैट में छापेमारी : दरअसल, गुरुवार सुबह ही ईडी ने अमेठी, लखनऊ और मुंबई में स्थित पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के 13 ठिकानों पर छापेमारी की थी. यह छापेमारी अमेठी स्थित गायत्री प्रजापति की विधायक पत्नी महाराजी देवी और लखनऊ में आशियाना स्थित गायत्री प्रजापति के बेटे अनुराग प्रजापति के घर व एक करीबी महिला के घर हुई है. जनवरी माह में मुंबई में हुई छापेमारी के दौरान ईडी को गायत्री व उनके परिवार की संपत्तियों की जानकारी मिली थी. जिसके बाद लखनऊ जोनल की पांच सदस्यीय टीम सोमवार को मुंबई पहुंची थी. जहां ईडी ने मुंबई की टीम के साथ मिलकर मलाड इलाके में क्रेसेंट अमिटी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाई गई रिहायशी बिल्डिंग के फ्लैट में छापेमारी की थी. इस दौरान टीम को कई अन्य संपत्तियों के भी दस्तावेज बरामद हुए. जिनमें क्रेंसेट बिल्डिंग में तीन अन्य फ्लैट, बोरीवली में बालाजी कारपोरेशन बिल्डिंग में दो आलीशान फ्लैट शामिल थे. गायत्री ने ये फ्लैट अपने दोनों बेटों अनिल और अनुराग प्रजापति व बहुओं के नाम से खरीदे थे. एजेंसी के अनुसार हर एक फ्लैट की कीमत दो से तीन करोड़ रुपये तक है. एजेंसी के मुताबिक, मुंबई में खरीदे गए इन सभी फ्लैट का अधिकांश भुगतान कैश में किया गया था.
50.37 करोड़ की संपत्ति जब्त : वर्ष 2017 से खनन घोटाले व रेप के मामले में जेल में बंद गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ अब तक हुई ईडी ने गायत्री के परिवार और नौकरों के नाम से खरीदे गए मुंबई के मलाड के एक अपार्टमेंट में चार फ्लैट, लखनऊ में मोहनलालगंज व हरिहरपुर में 7 कृषि व आवासीय जमीन के रूप में अचल संपत्तियों को मनी लांड्रिंग एक्ट के अंतर्गत अस्थायी रूप से जब्त किया है. जिनकी कुल कीमत लगभग 13.42 करोड़ रुपये है. ईडी अब तक गायत्री की 50.37 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है. वर्ष 2021 से जांच कर रही ईडी ने पाया है कि, सपा सरकार में खनन मंत्री रहते हुए गायत्री प्रजापति ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया व अपने परिवार के सदस्यों, नौकरी और दोस्तों के नाम आय से अधिक संपत्ति अर्जित की, जो पूरी तरह से अवैध थी. उनकी आय के ज्ञात स्रोतों की तुलना में ये संपत्ति कई गुना ज्यादा थी.
सुबह आवास पर पहुंची प्रवर्तन निदेशालय की टीम : समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के अमेठी आवास पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने करीब बारह घंटे तक छापेमारी की. इस दौरान टीम कड़ी पूछताछ के बाद उनके बेटे अनुराग प्रजापति को अपने साथ ले गई. प्रवर्तन निदेशालय की टीम को छापेमारी एवं पूछताछ में अहम सुराग मिलने की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय की टीम की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया. वर्ष 2017 से खनन घोटाले व रेप के मामले में जेल में बंद गायत्री प्रसाद प्रजापति के अमेठी स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने लगभग 12 घंटा तक लगातार छापेमारी की. सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान टीम ने पूर्व मंत्री के परिवारवालों के साथ सख्ती से पूछताछ भी की. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने शंका के आधार पर कई कमरों में सघन तलाशी ली. इस दौरान पूर्व मंत्री के आवास पर कई कमरों में ताले लगे हुए थे, जिसकी चाबियां मौके पर मौजूद नहीं थीं. तालों को खुलवाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने स्थानीय मैकेनिकों को बुलाकर ताला तुड़वाया और कमरों की तलाशी ली. बता दें कि गुरुवार को लगभग सुबह 6:00 बजे ही प्रवर्तन निदेशालय की टीम उनके आवास पर पहुंच गई. इस दौरान टीम ने पूर्व मंत्री की विधायक पत्नी महराजी देवी उनके बेटे अनुराग प्रजापति एवं उनके बहुओं से सख्ती के साथ पूछताछ की. देर शाम लगभग 6 बजे प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने प्रजापति के बेटे अनुराग प्रजापति को अपने साथ ले गई. बताया जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय की टीम के हाथ अहम सुराग लगे हैं. फिलहाल परिवर्तन निदेशालय की टीम ने आधिकारिक रूप से कोई बयान नहीं जारी किया है.
बेटी ने ईडी की कार्रवाई पर लगाए गंभीर आरोप : पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की बेटी सुधा प्रजापति ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई कार्रवाई पर गंभीर आरोप लगाया है. सुधा प्रजापति ने मीडिया से बातचीत के दौरान फूट फूटकर रोते हुए अपना दर्द बयां किया. सुधा ने कहा कि मेरे पिता जेल में बंद हैं. मेरे भाई भाभी को फंसाने की साजिश की जा रही है. ईडी वाले बार बार एक सवाल पूछ रहे हैं, जब हम लोगों के पास कुछ भी नहीं है तो क्या बताएं. बेटी सुधा ने बताया कि मेरी तबीयत खराब है. मैं ज्यादा नहीं बोल सकती. मैं अपने कमरे में आराम कर रही थी. मम्मी को भाभी को और मेरे भाई से वह लोग ज्यादा पूछताछ किए. बार-बार यह लोग प्रॉपर्टी को लेकर पूछताछ कर रहे हैं. बार-बार वही चीज पूछते हैं. सब चीज हो गया, आप लोगों को पता है. फिर भी बार-बार हमसे पूछा जाता है. हम लोग क्या बताएं, कहां से दें कुछ है ही नहीं मेरे पास.
'भाभी को भाई को फंसाने की साजिश' : बेटी सुधा ने कहा कि मेरे पिता के बाद मेरी मां को भाभी को भाई को फंसाने की साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि आप लखनऊ चलिए. हम लखनऊ ले चल रहे हैं. मेरे भाई ने कहा मैं नहीं जा पाऊंगा, मेरी हालत ठीक नहीं है. मैं बैठ नहीं सकता. लाख कहने पर भी वे लोग नहीं माने. उन्होंने कहा कि आपको चलना पड़ेगा. सब लेकर चले गए. अब कहां ले गए यह नहीं पता है. लखनऊ बताकर ले गए हैं. यह षड्यंत्र है. हमारी फैमिली को फंसाया जा रहा है. ऐसा लग रहा है, सब हम लोगों के पीछे पड़े हैं. सुधा ने बताया कि मेरे पापा 7 साल से जेल में हैं. कोई सुनवाई नहीं हो रही है. अब ईडी फंसा रही है. पापा को रेप के केस में बंद किए हैं. जबकि, महिला बोल चुकी है मेरे साथ कोई गुनाह नहीं हुआ है. कोई सबूत नहीं मिला. अब ईडी के मामले में फंसा रहे हैं. अब जेल में रखना चाहते हैं मेरी फैमिली और हम सबको.