जयपुर. पेपर लीक गिरोह पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड शेरसिंह उर्फ अनिल मीणा की काली कमाई से अर्जित संपत्ति को अब ईडी ने जब्त कर लिया है. चार शहरों में उसकी संपत्ति पर ईडी ने मंगलवार को कार्रवाई की है. ईडी को बगरू, अजमेर, उदयपुर और झालावाड़ में आरोपी की संपत्ति की जानकारी मिली थी. इन चारों शहरों में उसकी संपत्ति को आज ईडी ने जब्त कर लिया है. ईडी ने संपत्ति जब्त करने के बोर्ड भी लगाए हैं.
दरअसल, राजस्थान लोकसेवा आयोग की शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में शेरसिंह उर्फ अनिल मीणा मास्टरमाइंड है. आरोप है कि उसने आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा से पर्चा लिया और यह पर्चा अपने गिरोह के दूसरे बदमाशों तक पहुंचाया. इसके बाद पूरे नेटवर्क के जरिए कई अभ्यर्थियों तक यह पर्चा पहुंचा था.
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तीन महीने बाद पकड़ा गया था शेरसिंह : उदयपुर में चलती बस में शिक्षक भर्ती का पेपर अभ्यर्थियों को हल करवाने का मामला सामने आने के बाद अनिल मीणा फरार हो गया था. उसे एसओजी ने ओडिशा से मार्च 2023 में गिरफ्तार किया था. वह वहां ईंट भट्टे पर मजदूरी करता मिला था. इसके बाद कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए एसओजी आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा तक पहुंची थी. फिलहाल अनिल मीणा जेल में है.
काली कमाई से कई जगह खरीदी प्रोपर्टी : पेपर लीक मामले में धन के अवैध रूप से लेनदेन को लेकर ईडी ने भी मुकदमा दर्ज किया और आरोपियों से पूछताछ की. ईडी को शेरसिंह मीणा की जयपुर के बगरू, झालावाड़, अजमेर और उदयपुर में बेशकीमती संपत्ति होने की जानकारी मिली थी. पेपर लीक की काली कमाई को उसने कई जगह पर प्रोपर्टी में निवेश किया था. इसकी जानकारी मिलने के बाद ईडी ने शिकंजा कसते हुए उसकी संपत्तियों को जब्त किया है.
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सारण और ढाका की संपत्ति भी सीज कर चुकी ईडी : हाल ही में पेपर लीक गिरोह के बदमाश भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका की संपत्तियों को भी ईडी ने जब्त किया है. उनकी जयपुर स्थित संपत्तियों पर ईडी ने कार्रवाई कर वहां बोर्ड लगाए हैं. अब शेरसिंह मीणा की संपत्ति पर कार्रवाई की गई है. ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पेपर लीक की काली कमाई से बेशकीमती संपत्ति बनाने वाले कई बदमाशों की संपत्ति पर ईडी अपना शिकंजा कस सकती है.