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पूर्व MLA गुलाब यादव और IAS संजीव हंस हैं बिजनेस पार्टनर, 26 घंटे तक चली ED की छापेमारी में खुले कई राज - former MLA Gulab Yadav

FORMER MLA GULAB YADAV: ईडी की टीम ने मंगलवार को आईएएस अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. छापेमारी के बाद दोनों के बीच गहरे कारोबारी संबंधों का पता चला है. संजीव, गुलाब यादव के बिजनेस पार्टनर हैं. साथ ही इन दोनों की पत्नियों के नाम पर गुप्त कारोबार का खुलासा हुआ है.

पूर्व विधायक गुलाब यादव
पूर्व विधायक गुलाब यादव और आईएएस अधिकारी संजीव हंस (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jul 17, 2024, 5:29 PM IST

पटना: बिहार के दो बड़े चेहरे प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर हैं. आय से अधिक संपत्ति मामले में गुलाब यादव और आईएएस अधिकारी संजीव हंस के ठिकानों पर चल रही छापेमारी समाप्त हो चुकी है. इस दौरान परिवर्तन निदेशालय की टीम को कई दस्तावेज बरामद हुए हैं. दोनों के बीच सांठ-गांठ के प्रमाण भी मिले हैं.

गुलाब यादव के ठिकानों पर चल रही छापेमारी खत्म: पूर्व विधायक गुलाब यादव और सीनियर आईएएस अधिकारी संजीव हंस के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई चल रही है. दोनों के कई ठिकानों पर लगभग 26 घंटे तक छापेमारी चली. ED की छापेमारी में कई दस्तावेज और संपत्ति की जानकारी मिली है.

संजीब हैं गुलाब यादव के बिजनेस पार्टनर: सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक संजीव हंस और गुलाब यादव आपसी साझेदारी में कई कारोबार करते हैं और इनका व्यवसाय कई राज्यों में फैला हुआ है. खातों में लाखों के लेनदेन के कई सबूत मिले मिले हैं जिसे प्रवर्तन निदेशालय की टीम खंगालने में जुटी है.

पत्नियों के नाम पर गुप्त कारोबार : पटना समेत चार शहरों में इन दोनों के बीस से अधिक ठिकाने पर छापेमारी की गई. पूर्व विधायक की पत्नी MLC अंबिका यादव के ठिकानों पर भी ED की टीम ने छापेमारी की. जमीन मकान के दस्तावेज के अलावा बैंकों के लेनदेन का भी पता चला है. साथ ही पत्नियों के नाम पर गुप्त कारोबार का खुलासा हुआ है.

4 शहरों में 20 से अधिक ठिकानों पर छापा: गुलाब यादव और संजीव हंस कई व्यापार में साझेदार हैं. पुणे में व्यवसाय का भी पता चला है. एक महिला ने यौन उत्पीड़न मामले में दोनों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कर रखी है. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापेमारी पूरी कर ली है और छापेमारी के दौरान कंप्यूटर लैपटॉप हार्ड डिस्क बैंक अकाउंट के अलावा जमीन के कागजात बरामद किए हैं. बैंकों के लेनदेन का भी पता चला है. पूरे दस्तावेज को प्रवर्तन निदेशालय की टीम जांच कर रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी.

कौन हैं गुलाब यादव?: 2024 में बीएसपी के सिंबल पर झंझारपुर सीट से लोकसभा का इलेक्शन लड़ने वाले गुलाब यादव 2015 में विधायक बने थे. आरजेडी के टिकट पर उन्होंने पूर्व मंत्री नीतीश मिश्र को झंझारपुर विधानसभा सीट से हराया था. हालांकि 2020 में उनकी हार हुई . लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने राजद से इस्तीफा दे दिया था. फिलहाल वह बीएसपी के सदस्य हैं.

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पटना: बिहार के दो बड़े चेहरे प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर हैं. आय से अधिक संपत्ति मामले में गुलाब यादव और आईएएस अधिकारी संजीव हंस के ठिकानों पर चल रही छापेमारी समाप्त हो चुकी है. इस दौरान परिवर्तन निदेशालय की टीम को कई दस्तावेज बरामद हुए हैं. दोनों के बीच सांठ-गांठ के प्रमाण भी मिले हैं.

गुलाब यादव के ठिकानों पर चल रही छापेमारी खत्म: पूर्व विधायक गुलाब यादव और सीनियर आईएएस अधिकारी संजीव हंस के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई चल रही है. दोनों के कई ठिकानों पर लगभग 26 घंटे तक छापेमारी चली. ED की छापेमारी में कई दस्तावेज और संपत्ति की जानकारी मिली है.

संजीब हैं गुलाब यादव के बिजनेस पार्टनर: सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक संजीव हंस और गुलाब यादव आपसी साझेदारी में कई कारोबार करते हैं और इनका व्यवसाय कई राज्यों में फैला हुआ है. खातों में लाखों के लेनदेन के कई सबूत मिले मिले हैं जिसे प्रवर्तन निदेशालय की टीम खंगालने में जुटी है.

पत्नियों के नाम पर गुप्त कारोबार : पटना समेत चार शहरों में इन दोनों के बीस से अधिक ठिकाने पर छापेमारी की गई. पूर्व विधायक की पत्नी MLC अंबिका यादव के ठिकानों पर भी ED की टीम ने छापेमारी की. जमीन मकान के दस्तावेज के अलावा बैंकों के लेनदेन का भी पता चला है. साथ ही पत्नियों के नाम पर गुप्त कारोबार का खुलासा हुआ है.

4 शहरों में 20 से अधिक ठिकानों पर छापा: गुलाब यादव और संजीव हंस कई व्यापार में साझेदार हैं. पुणे में व्यवसाय का भी पता चला है. एक महिला ने यौन उत्पीड़न मामले में दोनों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कर रखी है. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापेमारी पूरी कर ली है और छापेमारी के दौरान कंप्यूटर लैपटॉप हार्ड डिस्क बैंक अकाउंट के अलावा जमीन के कागजात बरामद किए हैं. बैंकों के लेनदेन का भी पता चला है. पूरे दस्तावेज को प्रवर्तन निदेशालय की टीम जांच कर रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी.

कौन हैं गुलाब यादव?: 2024 में बीएसपी के सिंबल पर झंझारपुर सीट से लोकसभा का इलेक्शन लड़ने वाले गुलाब यादव 2015 में विधायक बने थे. आरजेडी के टिकट पर उन्होंने पूर्व मंत्री नीतीश मिश्र को झंझारपुर विधानसभा सीट से हराया था. हालांकि 2020 में उनकी हार हुई . लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने राजद से इस्तीफा दे दिया था. फिलहाल वह बीएसपी के सदस्य हैं.

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