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बिल्डर राजीव त्यागी को ED ने किया गिरफ्तार, जब्त की गई जमीन पर लिया करोड़ों का लोन, 7 दिन की मिली रिमांड - ED ARRESTED BUILDER RAJEEV TYAGI

22.20 करोड़ रुपये का लिया था ऋण, 11 अप्रैल 2020 को दर्ज हुआ था धोखाधड़ी का मुकदमा

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प्रवर्तन निदेशालय (Photo credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 18, 2024, 6:29 AM IST

लखनऊ : यूनियन बैंक से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गाजियाबाद के बिल्डर राजीव त्यागी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया है. ठगी के मामले में जांच कर रही ईडी ने सबूतों के आधार पर बिल्डर को पकड़ लिया. कोर्ट ने त्यागी की सात दिनों की पुलिस कस्टडी दी है. एजेंसी ने 23 सितंबर को बिल्डर राजीव त्यागी व उसके बेटों की 14.89 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की थीं. साईं कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर्स के डायरेक्टर राजीव त्यागी के बेटे अर्मत्य राज त्यागी व कनिष्क राज त्यागी भी अलग-अलग फर्मों के संचालक हैं. इनमें दो कंपनियां शामिल हैं.

लोन के लिए गिरवी संपत्तियों के दस्तावेजों का किया प्रयोग : दरअसल, साईं कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर्स व उसकी सहयोगी फर्मों द्वारा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 22.20 करोड़ रुपये का ऋण लिया गया था. जिसे कंपनी ने चुकाया नहीं था. ईडी की जांच में सामने आया कि राजीव त्यागी अपनी पत्नी मीनू त्यागी के नाम से साईं कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर्स चला रहे थे. मीनू कंपनी में पार्टनर थीं. आरोपियों ने यूनियन बैंक से करोड़ों रुपये का ऋण लेने के लिए अपनी पहले से ही यूको बैंक में गिरवी रखी जमीनों के दस्तावेजों का प्रयोग किया था.

ईडी के मुताबिक, लोन न चुकाए जाने पर जब यूनियन बैंक ने राजीव त्यागी की कंपनी को डिफाल्टर घोषित करते हुए बंधक बनाई गई संपत्तियों पर कब्जा लेने पहुंची तब पता चला कि दूसरा बैंक उन्हें पहले ही जब्त कर चुका है. मामले में पहले सीबीआई गाजियाबाद की एंटी करप्शन ब्रांच ने यूनियन बैंक की शिकायत पर 11 अप्रैल, 2020 को बैंक से धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया था. ईडी ने मुकदमे को आधार बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी.

यह भी पढ़ें : सट्टेबाजी मामला : अभिनेत्री तमन्ना भाटिया से ED ने की पूछताछ, जानिए क्या है मामला

यह भी पढ़ें : AAP सांसद और रियल एस्टेट कारोबारी हेमंत सूद के घर ED की छापेमारी - ED RAID ON HEMANT SOOD HOUSE

लखनऊ : यूनियन बैंक से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गाजियाबाद के बिल्डर राजीव त्यागी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया है. ठगी के मामले में जांच कर रही ईडी ने सबूतों के आधार पर बिल्डर को पकड़ लिया. कोर्ट ने त्यागी की सात दिनों की पुलिस कस्टडी दी है. एजेंसी ने 23 सितंबर को बिल्डर राजीव त्यागी व उसके बेटों की 14.89 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की थीं. साईं कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर्स के डायरेक्टर राजीव त्यागी के बेटे अर्मत्य राज त्यागी व कनिष्क राज त्यागी भी अलग-अलग फर्मों के संचालक हैं. इनमें दो कंपनियां शामिल हैं.

लोन के लिए गिरवी संपत्तियों के दस्तावेजों का किया प्रयोग : दरअसल, साईं कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर्स व उसकी सहयोगी फर्मों द्वारा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 22.20 करोड़ रुपये का ऋण लिया गया था. जिसे कंपनी ने चुकाया नहीं था. ईडी की जांच में सामने आया कि राजीव त्यागी अपनी पत्नी मीनू त्यागी के नाम से साईं कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर्स चला रहे थे. मीनू कंपनी में पार्टनर थीं. आरोपियों ने यूनियन बैंक से करोड़ों रुपये का ऋण लेने के लिए अपनी पहले से ही यूको बैंक में गिरवी रखी जमीनों के दस्तावेजों का प्रयोग किया था.

ईडी के मुताबिक, लोन न चुकाए जाने पर जब यूनियन बैंक ने राजीव त्यागी की कंपनी को डिफाल्टर घोषित करते हुए बंधक बनाई गई संपत्तियों पर कब्जा लेने पहुंची तब पता चला कि दूसरा बैंक उन्हें पहले ही जब्त कर चुका है. मामले में पहले सीबीआई गाजियाबाद की एंटी करप्शन ब्रांच ने यूनियन बैंक की शिकायत पर 11 अप्रैल, 2020 को बैंक से धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया था. ईडी ने मुकदमे को आधार बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी.

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