शिमला: हिमाचल प्रदेश में गुरुवार रात के समय भूकंप के झटके महसूस किए गए. National Center for Seismology के मुताबिक रात 9.34 बजे चंबा में भूकंप आया. रिक्टर स्केल पर 5.3 के तीव्रता वाले इस भूकंप से झटके लाहौल स्पीति से लेकर कुल्लू, मनाली और मंडी तक महसूस किए गए. भूकंप के झटके महसूस होते ही लोगों में दहशत सी फैल गई. जिस वक्त भूकंप आया उस वक्त लोग सोने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन भूकंप के झटके महसूस होते ही कई लोग घरों से बाहर निकल आए. लोगों के मुताबिक झटके काफी तेज थे और कुछ सेकेंड तक जमीन हिलती रही. इस भूकंप के बाद किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है, जो राहत की बात है.
गौरतलब है की भूकंप के लिहाज से हिमाचल बहुत ही संवेदनशील है और प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्र भूकंप जोन 4 और 5 में आते है. गुरुवार रात को भूकंप का केंद्र जो चंबा जिला था वो भूकंप जोन 5 में आता है.
4 अप्रैल 1905 को भूकंप ने मचाई थी तबाही
बता दें कि 4 अप्रैल, 1905 को कांगड़ा में 7.8 की तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें लगभग 20,000 लोग मारे गए थे. गुरुवार रात आए भूकंप के झटकों को लोगों ने अनुभव किया और लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. बता दें कि सोमवार रात भी 3.5 तीव्रता का भूकंप हिमाचल में आया था. इसकी गहराई 5 किलोमीटर मापी गई थी.
कैसे पता लगाई जाती है भूकंप की तीव्रता
गौरतलब है कि भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है. भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है. भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है. इसी तीव्रता से पता चलता है कि भूकंप का झटका कितना खतरनाक होगा.
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