रोहतक: जननायक जनता पार्टी के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर सीधा हमला बोला है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा ने पुत्र मोह में किसी भी नेता को नहीं छोड़ा बल्कि सबके साथ धोखा किया. यहां तक कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों तक को नहीं छोड़ा. दुष्यंत चौटाला भूपेंद्र और दीपेंद्र हुड्डा के उन आरोपों पर बोल रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि जेजेपी और बीजेपी की आपस में सांठगांठ हैं.
हुड्डा पर अपनों के साथ धोखा करने का आरोप
दुष्यंत चौटाला सोमवार को रोहतक में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बाप बेटे की पार्टी बनकर रह गई है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा पुत्र मोह में नेताओं का बलिदान दे रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण है कि अपने समधी करण दलाल है, दोस्त कुलदीप शर्मा है और किरण चौधरी का भी टिकट काट दिया.
अपनों का सत्यानाश करने में भूपेंद्र हुड्डा पीएचडी हैं
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि पुत्र मोह में नेताओं का बलिदान देना कोई सीखे, तो वो भूपेंद्र हुड्डा जी से सीखे. अपनों का सत्यानाश करने में भूपेंद्र हुड्डा पीएचडी हैं. आने वाले दिनों में वो कांग्रेस का सत्यानाश करेंगे. सिर्फ इसलिए पुत्र मोह में. अपने मामा के छोरे भाई चौधरी बीरेंद्र के बेटे बृजेंद्र का भी टिकट काट दिया. इस बार रोहतक सीट पर भी कांग्रेस लाखों वोट के अंतर से हारेगी.
कांग्रेस की बीजेपी के साथ सांठगांठ
दुष्यंत चौटाला ने आरोप लगाया कि अनेक ऐसे उदाहरण है जिसके चलते भूपेंद्र सिंह ने भाजपा के साथ साठ-गांठ की है. हुड्डा का भारतीय जनता पार्टी के साथ मैच फिक्स है. जिन मामलो में जांच चल रही है उनमें भी ईडी और सीबीआई की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. करनाल सीट पर भी वो बीजेपी उम्मीदवार मनोहर लाल की मदद कर रहे हैं. दरअसल कांग्रेस में हिसार, फरीदाबाद और भिवानी महेंद्रगढ़ सीटों पर विरोध हो रहा है. यहां पार्टी ने प्रत्याशित नेताओं के टिकट काट दिए हैं. फरीदाबाद में करण दलाल, हिसार से बृजेंद्र सिंह और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से श्रुति चौधरी को टिकट नहीं दिया.
बीजेपी 250 से भी कम सीटें पायेगी
पीएम नरेंद्र मोदी के 400 पार के नारे पर हमला करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भाजपा 400 नहीं बल्कि 250 से भी कम सीटों पर रहेगी. ये नारा ठीक वैसे ही है जैसे कांग्रेस में कहते थे इंडिया इज इंदिरा, इंदिरा इज इंडिया.