जोधपुर. पुलिस कमिश्नरेट के जिला ईस्ट की शुक्रवार को डीसीपी डॉ अमृता दुहन की अगुवाई में जनसुनवाई हुई. जनसुनवाई के दौरान पुलिस के एक पूर्व मुखबिर ने ही पुलिस की पोल खोलते हुए आरोप लगाए कि स्कूल, कॉलेज और बस्तियों में मादक पदार्थों की बिक्री आसानी से हो रही है. पुलिस के मुखबिर रहे युवक बीआर चौधरी ने आरोप लगाया कि "पुलिस बिकी हुई है. मादक पदार्थ हर स्तर पर मिल रहे हैं. मुझे भी धमकियां मिली, इसके बाद से मैंने एमडी और स्मैक की मुखबरी करना छोड़ दिया."
मादक पदार्थों के विरुद्ध सघन अभियान : युवक बीआर चौधरी ने कहा कि "जहां मैं रहता हूं उस इलाके बस्तियों और स्कूलों के बाहर एमडी और स्मैक आसानी से मिल रही है. लाखों की संख्या में लोग वहां रहते हैं. युवाओं का भविष्य खतरे में हैं, लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है." डीसीपी ने युवक की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि आप चिंता न करें, पुलिस मादक पदार्थों के विरुद्ध सघन अभियान चलाएगी. किसी भी स्तर पर कोई चूक है तो उसे सुधारा जाएगा. डीसीपी ने युवक को एक व्हाट्सअप नंबर भी दिया.
मुझे दीजिए सूचना, कार्रवाई होगी : जनसुनवाई में युवक ने कहा कि "आज आपके सामने कह रहा हूं, यह बात थोड़ी देर में थाने पहुंच जाएगी. थाने के पास लोग स्मैक बेच रहे हैं. इसके लिए हर माह दस हजार रुपए लिए जा रहे हैं." इस पर डीसीपी ने कहा कि "जो सूचना आप लोगों के पास आती है, मुझे भेज दिजिए. नाम गुप्त रखा जाएगा. कार्रवाई की जिम्मेदारी मेरी होगी. मैं थानेदार की एकाउंटबिलीट तय करूंगी, कहीं कोई मिलीभगत मिली तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी." जनसुनवाई के बाद डीसीपी डॉ अमृता दुहन ने कहा कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. बीआर चौधरी ने एक घटनाक्रम भी बताया कि कैसे एक लड़के ने एमडी के लिए मां से रुपए मांगे और नहीं मिलने पर आत्महत्या कर ली.