दुमका: बीते रविवार को एक कपड़ा मिल में काम करने के लिए दुमका से गए जिन 11 मजदूरों को बंधक बनाया गया था, उन सभी मजदूरों को छोड़ दिया गया और सभी मजदूर सकुशल ट्रेन से वापस लौट रहे हैं. इन सभी मजदूरों को वापस लौटने की जानकारी दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने दी.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, चार दिन पहले ही यह सभी मजदूर तमिलनाडु के लिए रवाना हुए थे. इन मजदूरों में से कुछ ने अपने परिजनों को फोन कर बंधक बना लिए जाने और अपराधियों द्वारा मुक्त किए जाने के एवज में फिरौती मांगने की बात की जानकारी दी थी. इसी में एक के परिजनों ने पंद्रह हजार रुपये फोन पे के द्वारा भेज भी दिया. इस बीच पैसे को लेकर दबाव दिए जाने और कथित तौर पर मारपीट करने की बात सामने आई, तब परिजनों ने एसपी पीतांबर सिंह खेरवार से संपर्क किया. इसके बाद ही देर रात उन सभी को मुक्त कर दिया गया. उनके परिजनों को गांव से लाकर एसपी से मिलवाने वाले सरसाबाद पंचायत के मुखिया राजू पुजहर ने बताया कि सभी ट्रेन से वापस लौट रहे हैं.
दुमका एसपी ने दी जानकारी
इस पूरे मामले पर दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि मजदूर के रिहाई की मांग को लेकर परिजनों ने ऑफिस में मुलाकात की. परिजनों के बयान पर आगे की जांच शुरू की. जिसके बाद सभी मजदूरों को छोड़ दिया गया और अभी वे ट्रेन से वापस दुमका अपने घर लौट रहे हैं. एसपी ने कहा कि फिलहाल मुक्त किए गए मजदूरों ने ज्यादा कुछ जानकारी नहीं दी है. दुमका आने के बाद मिलकर पूरी घटना की जानकारी ली जाएगी.
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