दुमकाः लोकसभा चुनाव की घोषणा होते ही दुमका में सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद करने की दिशा में पुलिस प्रशासन जुट गई है. खासतौर पर दुमका से लगे जो अंतरराज्यीय और अंतर जिला के सीमावर्ती क्षेत्र हैं वहां सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है. दो दिनों के अंदर पश्चिम बंगाल और बिहार के अंतरराज्यीय सीमा पर छह चेकपोस्ट स्थापित किए जा चुके हैं. जबकि अंतरजिला सीमा पर 11 चेकपोस्ट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
दुमका से लगती है पश्चिम बंगाल और बिहार की सीमा
हम आपको बता दें कि झारखंड की उपराजधानी दुमका से पश्चिम बंगाल और बिहार दो राज्यों की सीमा लगती है. दुमका के रानीश्वर और शिकारीपाड़ा प्रखंड से पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला की सीमा सटी हुई है. जबकि सरैयाहाट प्रखंड क्षेत्र से बिहार के बांका जिला की सीमा लगी हुई है. ऐसे में यह काफी आवश्यक है कि चुनाव के दौरान सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाए. इसी को देखते हुए जिले के एसपी पीतांबर सिंह खेरवार की देखरेख में झारखंड-बिहार-पश्चिम बंगाल की सीमा पर छह स्थानों पर चेक पोस्ट लगाए गए. इसमें शिकारीपाड़ा में दो, रानीश्वर में दो, टोंगरा में एक और सरैयाहाट में एक चेकपोस्ट लगा है. सीसीटीवी कैमरे से लैस सभी चेकपोस्ट पर 24 घंटे मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की गई है. एसपी ने बताया कि दो राज्यों की सीमा पर विशेष चौकसी बरती जाएगी. शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र नक्सल प्रभावित माना जाता है. हालांकि अभी नक्सलियों के मूवमेंट की खबर नहीं है. फिर भी चुनाव के दौरान सरकार के गाइडलाइन के अनुसार सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे.
अंतरजिला सीमा पर लगेंगे 11 चेकपोस्ट
अक्सर यह देखा जाता है कि लोकसभा हो या विधानसभा चुनाव इस दौरान असामाजिक तत्व और अपराधी अपने गलत मंसूबे को अंजाम देने की फिराक में लग जाते हैं. शांतिपूर्ण और हिंसा रहित चुनाव के लिए आवश्यक होता है कि सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद की जाए. दुमका में दो राज्यों की सीमा के साथ-साथ संथाल परगना के चार जिलों की भी सीमा जुड़ी हुई है. जिसमें देवघर, जामताड़ा, गोड्डा, पाकुड़ की सीमा है. एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि संथाल परगना प्रमंडल की इन चार जिलों की सीमा के 11 स्थानों पर चेक पोस्ट लगाये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सभी चेकपोस्ट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे. खास तौर पर तैनात सुरक्षा पदाधिकारी की यह जिम्मेदारी होगी कि वे वाहनों और संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखें. इसमें रुपये, शराब, हथियार की बारीकी से जांच की जाएगी.
झारखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार पुलिस की हो चुकी है बैठक
हम आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 15 - 20 दिन पहले ही दुमका और देवघर में झारखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार पुलिस के पदाधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक हो चुकी है. इसमें इस बात की सहमति बनी थी कि सभी अपनी - अपनी सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखेंगे. खास तौर पर अपराधियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाया जाएगा. रुपये, हथियार, शराब या अन्य कोई मादक द्रव्य को ले जाने वालों पर कड़ी कारवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः
दुमका पुलिस की कार्रवाई, अवैध हथियार के साथ अपराधी गिरफ्तार
लैंड माइंस से कैसे बचें, जवानों को दी जा रही ट्रेनिंग, चुनाव के दौरान बढ़ जाता है खतरा