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'एक करोड़ का IAS दूल्हा', छपरा में दहेज प्रथा के खिलाफ निकली 'दूल्हा बाजार' रैली - दूल्हा बाजार रैली

Rally Against Dowry In Chapra: छपरा में दहेज प्रथा के खिलाफ छात्रों ने रैली निकाली, जिसमें झांकी को दूल्हा बाजार नाम दिया गया. इसमें आईएएस दूल्हे को एक करोड़ का बताया तो बैंक पीओ को 50 लाख का रखा गया. आगे पढ़ें पूरी खबर.

छपरा में दहेज प्रथा के खिलाफ झांकी
छपरा में दहेज प्रथा के खिलाफ झांकी
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 29, 2024, 12:37 PM IST

छपरा में दहेज प्रथा के खिलाफ झांकी

छपरा: बिहार के छपरा में सारण राष्ट्रीय सेवा योजना, जय प्रकाश विश्वविद्यालय के पूर्व स्वयंसेवकों द्वारा कचहरी स्टेशन से दहेज प्रथा के खिलाफ दूल्हा बाजार रैली का आयोजन किया गया. रैली रेलवे स्टेशन से प्रारंभ होकर गंगा सिंह कॉलेज होते हुए नगर पालिका चौक पहुंची, जहां दहेज प्रथा के विरोध में एक झांकी दिखाई गई. झांकी का शीर्षक "दूल्हा बाजार" था, इस कार्यक्रम का आयोजन एनएसएस के स्वयं सेवक और पूर्व स्वयं सेवकों द्वारा किया गया. कार्यक्रम में युवाओं के द्वारा शहर के नगर पालिका चौक पर दूल्हा बाजार लगाकर समाज में फैली सामाजिक कुरीति दहेज प्रथा पर वार किया गया.

छपरा में दहेज प्रथा के खिलाफ झांकी
छपरा में दहेज प्रथा के खिलाफ झांकी
प्राइवेट जॉब वाले 5 लाख: यह दिखाया गया कि कैसे दहेज प्रथा में लड़कों की बोली लगती है. जिसमें आईएएस 1 करोड़, डॉक्टर एक करोड़, बैंक पीओ 50 लाख, पुलिस ऑफिसर 20 लाख, शिक्षक 10 लाख, प्राइवेट जॉब 5 लाख और रोजगार को भी 3 लाख देकर खरीदना पड़ता है. ऐसे में गरीब माता-पिता पैसे के अभाव में अपनी बच्चियों की शादी नहीं कर पाते हैं. इस मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व समन्वयक डॉक्टर विद्या वाचस्पति त्रिपाठी एवं वर्तमान समन्वयक प्रोफेसर हरिश्चंद्र ने उपस्थित होकर युवाओं का हौसला बढ़ाया.दहेज प्रथा को मिटाना है जरूरी: वहीं डॉ विद्या वाचस्पति त्रिपाठी ने कहा कि "वर्तमान समय में दहेज प्रथा एक बहुत बड़ी सामाजिक कुरीति का रूप ले चुकी है, जिससे आने वाले समय में हमें बच्चियों की शादी में बहुत बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा." इस समस्या को जड़ से मिटाने की जरूरत है. दूल्हा बाजार में विभिन्न युवाओं ने दूल्हे का रूप धारण कर अपनी भूमिका निभाई. जिसमें मुख्य रूप से अनु कुमारी, अंजली कुमारी प्रियंका कुमारी सहित दर्जनों बच्चों ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई.

पढ़ें-दारोगा ने घरवालों के साथ मिलकर की पत्नी की हत्या, प्राथमिकी दर्ज, दो साल पहले हुई थी शादी

छपरा में दहेज प्रथा के खिलाफ झांकी

छपरा: बिहार के छपरा में सारण राष्ट्रीय सेवा योजना, जय प्रकाश विश्वविद्यालय के पूर्व स्वयंसेवकों द्वारा कचहरी स्टेशन से दहेज प्रथा के खिलाफ दूल्हा बाजार रैली का आयोजन किया गया. रैली रेलवे स्टेशन से प्रारंभ होकर गंगा सिंह कॉलेज होते हुए नगर पालिका चौक पहुंची, जहां दहेज प्रथा के विरोध में एक झांकी दिखाई गई. झांकी का शीर्षक "दूल्हा बाजार" था, इस कार्यक्रम का आयोजन एनएसएस के स्वयं सेवक और पूर्व स्वयं सेवकों द्वारा किया गया. कार्यक्रम में युवाओं के द्वारा शहर के नगर पालिका चौक पर दूल्हा बाजार लगाकर समाज में फैली सामाजिक कुरीति दहेज प्रथा पर वार किया गया.

छपरा में दहेज प्रथा के खिलाफ झांकी
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प्राइवेट जॉब वाले 5 लाख: यह दिखाया गया कि कैसे दहेज प्रथा में लड़कों की बोली लगती है. जिसमें आईएएस 1 करोड़, डॉक्टर एक करोड़, बैंक पीओ 50 लाख, पुलिस ऑफिसर 20 लाख, शिक्षक 10 लाख, प्राइवेट जॉब 5 लाख और रोजगार को भी 3 लाख देकर खरीदना पड़ता है. ऐसे में गरीब माता-पिता पैसे के अभाव में अपनी बच्चियों की शादी नहीं कर पाते हैं. इस मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व समन्वयक डॉक्टर विद्या वाचस्पति त्रिपाठी एवं वर्तमान समन्वयक प्रोफेसर हरिश्चंद्र ने उपस्थित होकर युवाओं का हौसला बढ़ाया.दहेज प्रथा को मिटाना है जरूरी: वहीं डॉ विद्या वाचस्पति त्रिपाठी ने कहा कि "वर्तमान समय में दहेज प्रथा एक बहुत बड़ी सामाजिक कुरीति का रूप ले चुकी है, जिससे आने वाले समय में हमें बच्चियों की शादी में बहुत बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा." इस समस्या को जड़ से मिटाने की जरूरत है. दूल्हा बाजार में विभिन्न युवाओं ने दूल्हे का रूप धारण कर अपनी भूमिका निभाई. जिसमें मुख्य रूप से अनु कुमारी, अंजली कुमारी प्रियंका कुमारी सहित दर्जनों बच्चों ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई.

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