नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस मामले में तीन प्रमुख तस्करों को गिरफ्तार किया है जो मूलरूप से अफ्रीकन निवासी हैं. गिरफ्तार ड्रग सप्लायरों के पास से कुल 8.04 किलोग्राम मेथमफेटामाइन ड्रग्स बरामद की गई है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 30 करोड़ रुपए से ज्यादा आंकी गई है.
स्पेशल सेल के डीसीपी अमित कौशिक के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर से देश के कई हिस्सों में मादक पदार्थों की तस्करी में अफ्रीकी मूल के कई लोगों के शामिल होने के बारे में खास इनपुट मिला था. स्पेशल सेल ने इस जानकारी को और पुख्ता किया. इसी कड़ी में दिल्ली-एनसीआर में ड्रग कार्टेल के सदस्यों की पहचान की गई. इसके बाद, दिल्ली के धौला कुआं बस स्टैंड पर मेथमफेटामाइन की खेप के साथ एक नाइजीरियाई महिला की आवाजाही के बारे में विशेष जानकारी मिली.
डीसीपी के मुताबिक, सुबह करीब 7.25 बजे, एक महिला जिसकी पहचान अबिसोला डेबोरा अकिंवुमी के रूप में की गई. उसके पास एक ट्रॉली बैग और एक हैंड बैग था, जिसे बाहरी रिंग रोड की ओर से पैदल आते देखा गया. वह धौला कुआं बस स्टैंड पर रुकी. कुछ मिनटों तक इंतजार करने के बाद, वह आगे बढ़ने लगी, तभी पुलिस ने पकड़ लिया. महिला और उसके सामान की जब तलाशी ली गई, तो ट्रॉली बैग से बासमती चावल के प्लास्टिक बैग में छुपाया 4.02 किग्रा मेथमफेटामाइन बरामद हुआ. बरामद नशीले पदार्थ को सीज कर लिया गया. इस संबंध में स्पेशल सेल थाने में एनडीपीएस की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
तुगलकाबाद एक्सटेंशन में किराए पर रहता था ड्रग तस्कर: गिरफ्तार आरोपी अबीसोला ने खुलासा किया कि वह दिल्ली में अफ्रीकी मूल के लोगों की ओर से चलाए जा रहे ड्रग कार्टेल की सदस्य है. उसने यह भी खुलासा किया कि उसने बरामद ड्रग्स तुगलकाबाद एक्सटेंशन में रहने वाले सैमुअल डिक्सन एडिओह से खरीदी थी. इसके बाद, दूसरे आरोपी सैमुअल को भी उसके किराए के मकान तुगलकाबाद एक्सटेंशन, गोविंद पुरी से गिरफ्तार कर लिया गया. उनकी निशानदेही पर उनके घर से 2.120 किलोग्राम मेथामफेटामाइन बरामद किया गया.
गिरफ्तार आरोपी सैमुअल ने भी खुलासा किया कि वह भी दिल्ली में अफ्रीकी मूल के व्यक्तियों द्वारा चलाए जा रहे ड्रग कार्टेल का सदस्य है. सैमुअल के कहने पर उसकी सह-आरोपी हेनशॉ विक्टोरिया को उसके किराए के मकान से अगले दिन गिरफ्तार किया गया. इसके द्वारा बतायी जगह से 1.9 किलोग्राम मेथमफेटामाइन बरामद हुआ. इस तरह तीनों आरोपियों के पास से कुल 8.04 किलोग्राम मेथमफेटामाइन बरामदगी हुई.
इन इलाकों की मार्केट में होती थी ज्यादा सप्लाई: गिरफ्तार तीनों ड्रग सप्लायर्स से पूछताछ की गई तो उन्होंने खुलासा किया कि उनको दिल्ली के तुगलकाबाद एक्सटेंशन में अफ्रीकी मूल के एक व्यक्ति से मेथमफेटामाइन की खेप मिली थी. वे ज्यादातर दिल्ली के जनकपुरी, विकासपुरी और ग्रेटर कैलाश के मार्केट एरिया में ड्रग्स का आदान प्रदान करते हैं. गिरफ्तार आरोपियों ने दिल्ली-एनसीआर से बेंगलुरु और मुंबई में तमाम ग्राहकों को ड्रग्स की सप्लाई की है.
इन राज्यों में फैला था नशे का कारोबार: आरोपियों ने खुलासा किया कि वो ड्रग्स लंबी रूट की बसों में धौला कुआं, दिल्ली से चढ़ाते थे और अहमदाबाद के जरिए बैंगलोर और मुंबई भेजते थे. खेप पहुंचाने के बाद, वाहक आम तौर पर हवाई मार्ग से दिल्ली लौट आते थे. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वह दो साल से अधिक समय से इस तरह के मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल हैं.
अवैध रूप से रहने पर विदेशी अधिनियम का मामला भी दर्ज: जांच से पता चला कि गिरफ्तार तीनों ड्रग्स आपूर्तिकर्ता बिना वैध यात्रा दस्तावेजों के अवैध रूप से भारत में रह रहे थे. भारत (दिल्ली) में अवैध रूप से रहने के सबूतों के आधार पर उनके खिलाफ विदेशी अधिनियम के उल्लंघन का भी मामला दर्ज किया गया है. ड्रग कार्टेल के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.
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