खूंटी: राजधानी से सटे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रांची पुलिस ग्रामीणों से संवाद स्थापित करने में जुटी है. पुलिस और आम जनता के बीच समन्वय बना रहे, इस पर रांची पुलिस ने जोर दिया है. खासकर नशे से ग्रामीण कैसे दूर रहे, इस पर रांची के ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल खूंटी से सटे तमाड़ इलाके पहुंचे और ग्रामीणों से सीधा संवाद किया. तमाड़ थाना अंतर्गत आराहांगा पंचयात के बेलबेड्डा, मुकरूमडीह, पियाकूली एवं आरहांगा गांव में मुखिया, ग्राम प्रधान, वार्ड सदस्य और ग्रामीणों के साथ पुलिस अधिकारी ने बैठक की.
बैठक के दौरान ग्रामीण एसपी ने लोगों से अफीम, पोस्ता, गांजा जैसे मादक पदार्थों की खेती करने के लिए मना किया. उन्होंने कहा कि अफीम की जगह वे फल, सब्जी आदि की खेती करें. वहीं, डायन प्रथा जैसे अंधविश्वास, बाल मजदूरी/ बाल व्यापार, उग्रवादी और नक्सली संगठन में शामिल न हों और न ही वैसे लोगों का समर्थन करें. साथ ही समाज से भटक कर उग्रवादी संगठन में शामिल हुए व्यक्तियों को मुख्य धारा में लौटने के लिए आह्वान भी किया.
ग्रमीण एसपी ने कहा कि इन मामलों में पुलिस से मदद पाने के लिए डायल-100, 112, साइबर ठगी का शिकार होने पर 1930 पर फोन कर शिकायत दर्ज कराने की जानकारी दे सकते हैं. इतना ही नहीं बैठक के दौरान पुलिस और जनता के बीच आपसी विश्वास को मजबूत करने के लिए आमजन से सुझाव भी लिया गया. उनकी समस्या के समाधान का प्रयास किया गया. 18 दिसंबर को होने वाले जनजागरूकता अभियान के बारे में जानकारी दी गई. ग्रमीण एसपी ने अनुरोध किया कि इस अभियान में लोग अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर शामिल हो. बैठक के बाद सभी पुलिस पदाधिकारियों के नंबर ग्रामीणों को दिए गए.
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