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भारतीय लाइसेंस पर दुनिया के 113 देशों में दौड़ाएं वाहन, पढ़िए कैसे बनता है आईडीपी, कितनी देनी होती है फीस - International Driving Permit

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 3 hours ago

भारत के इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट को दुनिया के कई देश मान्यता देते हैं. भारतीय लाइसेंस पर करीब 113 देशों में वाहन चलाए जा सकते हैं. पहले ऐसे 109 देश ही थे, अब इसमें 4 और देश भी जुड़ गए हैं.

भारतीय इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस पर 109 देशों में चला सकते हैं वाहन.
भारतीय इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस पर 109 देशों में चला सकते हैं वाहन. (Photo Credit; ETV Bharat)

लखनऊ : भारत के किसी भी शहर से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के बाद देश के किसी भी राज्य में आराम से वाहन चलाया जा सकता है. एक देश एक लाइसेंस का फार्मूला सभी राज्यों में काम करता है. विदेश में गाड़ी चलाने के लिए यह लाइसेंस काम नहीं करता है. इसके लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट की आवश्यकता पड़ती है. लखनऊ समेत प्रदेश के सभी आरटीओ कार्यालयों से इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट (आईडीपी) जारी किए जाते हैं. विश्व के कुल 113 देशों में ये इस तरह के लाइसेंस मान्य होते हैं.

दुनिया के कई देशों में भारतीय इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस मान्य. (Video Credit; ETV Bharat)

इन देशों में मान्य है आईडीपी : अल्बेनिया, अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बांग्लादेश, बारबाडोस, बेल्जियम, बेनिन, बोत्सवाना, ब्रूनेई, बुल्गारिया, बुर्किनाफासो, कंबोडिया, कनाडा, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, चिली, कांगो, कोटे डी इवोयर, क्रोएशिया, क्यूबा, साइप्रस, चेक रिपब्लिक, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, डेनमार्क, डॉमिनिकन रिपब्लिक, इक्वेडोर, इजिप्ट, एस्टोनिया, फिजी, फिनलैंड, फ्रांस, जॉर्जिया, घाना, ग्रीस, ग्वाटेमाला, हैती, होली सी, हंगरी, आईसलैंड, आयरलैंड, इजरायल, इटली, जमैका, जापान, जॉर्डन, किर्गिस्तान, लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक, लेबनान, लेसोथो, लिसटेंस्टीन, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, मेडागास्कर, मलावी, मलेशिया, माली, माल्टा, मोनाको, मोंटेनीग्रो, मोरक्को, नामीबिया, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नाइजर, नाइजीरिया, नॉर्वे, पापुआ न्यू गिनी, पैराग्वे, पेरू, फिलिपींस, पोलैंड, पुर्तगाल, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, रोमानिया, रशियन फेडरेशन, रवांडा, सैन मैरिनो, सेनेगल, सर्बिया, सीरियालियोन, सिंगापुर, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, साउथ अफ्रीका, स्पेन, श्रीलंका, स्वीडन, स्वीटजरलैंड, अरब रिपब्लिक, थाईलैंड, टोगो, त्रिनिडाड एंड टोबैगो, ट्यूनीशिया, तुर्की, युगांडा, यूनाइटेड अरब एमिरेट्स, यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन एंड नॉर्दर्न आयरलैंड, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका, वेनेजुएला, वियतनाम, जिम्बाब्वे.

भारतीय सीमा के केवल दो देशों के लिए जारी होता है परमिट : भारत की सीमा से लगे एशिया के सात देशों की बात करें तो इनमें चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल और म्यांमार शामिल हैं. इनमें से सिर्फ दो ही देशों के लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी होता है. उन देशों के नाम हैं बांग्लादेश और श्रीलंका. बाकी किसी भी देश के लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी नहीं किया जाता है.

अब इन देशों में भी मान्य है आईडीपी : 109 देशों के अलावा साल 2020 में क्रोएशिया, ब्रूनेई दारुस्सलाम, लिसटेंस्टीन और 2021 में एस्टोनिया ने भी इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट को मंजूरी दी.

आईडीपी बनवाने की ये है प्रक्रिया : इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद आरटीओ कार्यालय आना होता है. यहां पर बायोमेट्रिक के बाद अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट जारी करने की प्रक्रिया पूरी की जाती है. इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट के लिए ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है. इसके अलावा पासपोर्ट और जिस देश के लिए आईडीपी बनवाना है उस देश का वीजा चाहिए होता है. हालांकि अब ऑनलाइन प्रक्रिया में पासपोर्ट और वीजा की आवश्यकता नहीं पड़ रही है. आईडीपी के लिए परिवहन विभाग की तरफ से ₹1000 शुल्क निर्धारित है.

एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (आईटी) सुनीता वर्मा बताती हैं कि एक संधि के तहत विश्व के कई देशों ने एक- दूसरे देशों के ड्राइविंग लाइसेंस को मान्यता दी है. भारत उन देशों में शामिल है. विश्व के लगभग 109 देश ऐसे हैं जहां पर भारत के इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट को मान्यता मिली है. इन देशों में जाकर आराम से ड्राइविंग की जा सकती है.

यह भी पढ़ें : यूपी में 24 घंटे में दूसरा एनकाउंटर; RPF जवानों के हत्यारोपी एक लाख के इनामी बदमाश को STF ने किया ढेर

लखनऊ : भारत के किसी भी शहर से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के बाद देश के किसी भी राज्य में आराम से वाहन चलाया जा सकता है. एक देश एक लाइसेंस का फार्मूला सभी राज्यों में काम करता है. विदेश में गाड़ी चलाने के लिए यह लाइसेंस काम नहीं करता है. इसके लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट की आवश्यकता पड़ती है. लखनऊ समेत प्रदेश के सभी आरटीओ कार्यालयों से इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट (आईडीपी) जारी किए जाते हैं. विश्व के कुल 113 देशों में ये इस तरह के लाइसेंस मान्य होते हैं.

दुनिया के कई देशों में भारतीय इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस मान्य. (Video Credit; ETV Bharat)

इन देशों में मान्य है आईडीपी : अल्बेनिया, अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बांग्लादेश, बारबाडोस, बेल्जियम, बेनिन, बोत्सवाना, ब्रूनेई, बुल्गारिया, बुर्किनाफासो, कंबोडिया, कनाडा, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, चिली, कांगो, कोटे डी इवोयर, क्रोएशिया, क्यूबा, साइप्रस, चेक रिपब्लिक, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, डेनमार्क, डॉमिनिकन रिपब्लिक, इक्वेडोर, इजिप्ट, एस्टोनिया, फिजी, फिनलैंड, फ्रांस, जॉर्जिया, घाना, ग्रीस, ग्वाटेमाला, हैती, होली सी, हंगरी, आईसलैंड, आयरलैंड, इजरायल, इटली, जमैका, जापान, जॉर्डन, किर्गिस्तान, लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक, लेबनान, लेसोथो, लिसटेंस्टीन, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, मेडागास्कर, मलावी, मलेशिया, माली, माल्टा, मोनाको, मोंटेनीग्रो, मोरक्को, नामीबिया, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नाइजर, नाइजीरिया, नॉर्वे, पापुआ न्यू गिनी, पैराग्वे, पेरू, फिलिपींस, पोलैंड, पुर्तगाल, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, रोमानिया, रशियन फेडरेशन, रवांडा, सैन मैरिनो, सेनेगल, सर्बिया, सीरियालियोन, सिंगापुर, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, साउथ अफ्रीका, स्पेन, श्रीलंका, स्वीडन, स्वीटजरलैंड, अरब रिपब्लिक, थाईलैंड, टोगो, त्रिनिडाड एंड टोबैगो, ट्यूनीशिया, तुर्की, युगांडा, यूनाइटेड अरब एमिरेट्स, यूनाइटेड किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन एंड नॉर्दर्न आयरलैंड, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका, वेनेजुएला, वियतनाम, जिम्बाब्वे.

भारतीय सीमा के केवल दो देशों के लिए जारी होता है परमिट : भारत की सीमा से लगे एशिया के सात देशों की बात करें तो इनमें चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल और म्यांमार शामिल हैं. इनमें से सिर्फ दो ही देशों के लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी होता है. उन देशों के नाम हैं बांग्लादेश और श्रीलंका. बाकी किसी भी देश के लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी नहीं किया जाता है.

अब इन देशों में भी मान्य है आईडीपी : 109 देशों के अलावा साल 2020 में क्रोएशिया, ब्रूनेई दारुस्सलाम, लिसटेंस्टीन और 2021 में एस्टोनिया ने भी इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट को मंजूरी दी.

आईडीपी बनवाने की ये है प्रक्रिया : इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद आरटीओ कार्यालय आना होता है. यहां पर बायोमेट्रिक के बाद अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट जारी करने की प्रक्रिया पूरी की जाती है. इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट के लिए ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है. इसके अलावा पासपोर्ट और जिस देश के लिए आईडीपी बनवाना है उस देश का वीजा चाहिए होता है. हालांकि अब ऑनलाइन प्रक्रिया में पासपोर्ट और वीजा की आवश्यकता नहीं पड़ रही है. आईडीपी के लिए परिवहन विभाग की तरफ से ₹1000 शुल्क निर्धारित है.

एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (आईटी) सुनीता वर्मा बताती हैं कि एक संधि के तहत विश्व के कई देशों ने एक- दूसरे देशों के ड्राइविंग लाइसेंस को मान्यता दी है. भारत उन देशों में शामिल है. विश्व के लगभग 109 देश ऐसे हैं जहां पर भारत के इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट को मान्यता मिली है. इन देशों में जाकर आराम से ड्राइविंग की जा सकती है.

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