जैसलमेर: शहर में इन दिनों पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है.सर्दियों का सीजन शुरू हो चुका है. पानी की मांग भी घट गई, लेकिन जलदाय विभाग नियमित रूप से पेयजल सप्लाई नहीं कर पा रहा है. पिछले 5 माह में 10 से ज्यादा बार ऐसा हो चुका है कि शहर के लोगों को 7 से 8 दिन बाद भी सप्लाई नहीं दी गई. वर्तमान में भी शहर में पिछले 7-8 दिनों से पेयजल सप्लाई नहीं हो रही है.
शहर में पेयजल व्यवस्था जुलाई से गड़बड़ाई हुई है. तब से आज तक सुचारु नहीं हो पाई. पांच माह से लोग पेयजल सप्लाई को लेकर परेशान है. इसका पहला कारण तो यह बताया जा रहा है कि जलदाय विभाग के मोहनगढ़ हेडवर्क्स पर पर्याप्त विद्युत वोल्टेज नहीं मिल रहा. दूसरा डीआई पाइप लाइन में बार बार फॉल्ट आ रहे हैं. जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता हरीश कुमार का कहना है कि लो वोल्टेज की वजह से पानी का प्रोडक्शन पूरा नहीं हो पा रहा, जिससे परेशानी है. एक दो दिन में यह परेशानी दूर हो जाएगी.
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नहीं है बैकअप प्लान: जलदाय विभाग के पास कोई बैकअप प्लान भी नहीं है, जिससे पेयजल सप्लाई सुचारु रखी जा सके.ऐसे में शहरवासियों को पानी के संकट से जूझना पड़ रहा है. मोहनगढ़ हेडवर्क्स से जैसलमेर शहर के लिए अलग से पेयजल सप्लाई की जाती है. पहले 14 से 15 एमएलडी रोजाना प्रोडक्शन होता था, लेकिन इन दिनों वोल्टेज की समस्या होने व 2 नवंबर को डीआई लाइन टूटने की वजह से प्रोडक्शन 8 से 9 एमएलडी पर पहुंच चुका है. हालांकि 2 नवंबर को ही डीआई लाइन को ठीक कर दिया गया था, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि वोल्टेज स्थिर नहीं रहने के कारण प्रोडक्शन पूरा नहीं हो पा रहा.
विभाग के पास नहीं जवाब: शहर में पानी को लेकर हाहाकार रहा है, जलदाय विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के पास इस समस्या के समाधान का कोई पुख्ता उपाय नहीं है. वे लोगों को बोल रहे हैं कि आगे से पानी नहीं आ रहा है. इससे सप्लाई नहीं हो रही है, जबकि मोहनगढ़ हेडवर्क्स से गजरूप सागर तक पेयजल सप्लाई 2 नवंबर से बाधित हुई है और प्रोडक्शन कम हुआ है, जबकि शहर में दीपावली से पहले ही पेयजल संकट गहरा गया था. उस समय प्रोडक्शन 14 से 15 एमएलडी रोजाना हो रहा था. तब भी जलदाय विभाग शहर में सप्लाई सुचारु नहीं कर पाया.