नई दिल्ली/गाजियाबाद: हंसना शरीर के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है, लेकिन इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग तनाव और डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं. हंसने के महत्व को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल मई महीने के पहले रविवार को वर्ल्ड लाफटर डे (World Laughter Day 2024) मनाया जाता है. इस दिन को मनाने की शुरुआत 1998 में की गई थी.
गाजियाबाद के बाद के कौशांबी इलाके में रहने वाले डॉ. हरीश रावत ने इस संबंध में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कर रखा है. हरीश रावत इंटरनेशनल लाफ्टर योग गुरु है. उनका सपना दुनिया को डिप्रेशन मुक्त बनाना है. वे बताते हैं कि आजकल के दौर में लोग हंसना भूल गए हैं. लाफ्टर योग के माध्यम से लोगों को हंसी के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है. उन्होंने 2015 में लॉट्स ऑफ लाफ्टर फाउंडेशन की शुरुआत की थी.
डॉ. हरीश रावत गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर भी हैं. उन्होंने लॉन्गेस्ट लाफ्टर मैराथन में लगातार 36 घंटे 2 मिनट तक हंसने का रिकॉर्ड बनाया है. वे बताते हैं कि लाफ्टर योगा आम आदमी की जिंदगी में कई महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है. लाइफ बैलेंस को मेंटेन करने में लाफ्टर योगा अहम भूमिका निभाती है. उनके द्वारा दो किताबें लाफटर थेरेपी फॉर डिप्रेशन और द मैजिक का लाफ्टर इन पॉजिटिव एफर्मेशन भी लिखी जा चुकी हैं
रावत बताते हैं कि बीते एक दशक में वह तकरीबन 75,000 लोगों को लाफटर थेरेपी सिखा चुके हैं, जिसमें सेना, पुलिस समेत कई सरकारी संसथानों के कर्मचारी भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, जब हम हंसते हैं तो हमारा ब्रेन हैप्पीनेस हार्मोन एनडोर्फिन रिलीज करता है. साथ ही हार्ट में ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ जाता है. यह थेरेपी ज्यादा मुश्किल नहीं है, और हर दिन सुबह केवल 10 से 15 मिनट की लाफ्टर थेरेपी बहुत उपयोगी होती है.
लाफ्टर थेरेपी के फायदे
- 10 से 15 मिनट सुबह में लगातार हंसने से तकरीबन 200 कैलोरी बर्न होती हैं. वेट कम करने के लिए लाफटर थेरेपी बेहद कारगर साबित हो सकती है.
- लाफटर थेरेपी को नियमित रूप से फॉलो करने पर कुछ ही हफ्तों में तनाव और डिप्रेशन जैसी समास्यों से बाहर निकलने में काफी मदद मिलती है.
- सुबह में 10 से 15 मिनट हंसने से दिनभर काम के दौरान तनाव कम महसूस होता है. साथ ही रात में अच्छी नींद आती है.
- गुस्सा आने पर तनाव महसूस होता है. तनाव के शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं. जब भी गुस्सा आए जोर-जोर से हंसें, ताकि तनाव से बचा जा सके.
- लाफटर थेरेपी का बच्चों पर भी काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इस थेरेपी से बच्चों की सोचने और समझने की क्षमता बेहतर होती है. साथ ही बच्चों की कंसंट्रेशन पावर और हैंडराइटिंग बेहतर होती है.
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