देहरादून: उत्तराखंड में 19 अप्रैल शुक्रवार को सुबह 7 बजे से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान शुरू हो जाएगा. चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. इसी के साथ 17 अप्रैल गुरुवार शाम 5 बजे चुनाव प्रचार का शोरगुल भी थम गया था. अब प्रत्याशियों के पास केवल डोर-टू-डोर प्रचार करने के लिए चंद घंटे ही बचे हैं. इस चुनाव में सभी प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार में जान फूंक रखी है. साथ ही लोगों से खुद के पक्ष में वोट की अपील कर रहे हैं. लेकिन खास बात ये है कि कई प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जिनका वोट तो दूसरे संसदीय क्षेत्र में है और वो खुद किसी अन्य संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में सवाल ये उठ रहा है जो प्रत्याशी लोगों से वोटों की अपील कर रहे हैं, वे प्रत्याशी खुद वोट कैसे करेंगे?
उत्तराखंड में 5 लोकसभा सीटें हैं. कुमाऊं मंडल की अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट पर भाजपा ने सीटिंग एमपी अजय टम्टा को प्रत्याशी बनाया है. हालांकि, अजय टम्टा का वोट दुगालखोला, अल्मोड़ा ही है, इसलिए वे अपने लिए आसानी से वोट कर सकेंगे. जबकि कांग्रेस ने प्रदीप टम्टा को प्रत्याशी बनाया है. उनका वोट लोब, बागेश्वर में है. बागेश्वर जिला भी अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट के अंतर्गत है. इसलिए वे भी खुद को वोट कर सकेंगे.
कुमाऊं मंडल की दूसरी लोकसभा सीट नैनीताल-उधमसिंह नगर सीट है. इस सीट पर भाजपा ने अपने सीटिंग एमपी अजय भट्ट को प्रत्याशी बनाया है. जबकि अजय भट्ट का वोट जरूरी बाजार, रानीखेत जिला अल्मोड़ा में पड़ता है. अजय भट्ट का संसदीय क्षेत्र उनके पोलिंग बूथ से काफी दूर है. ऐसे में वे भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट कैसे करेंगे? इस पर संशय बना हुआ है. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस ने प्रकाश जोशी को प्रत्याशी बनाया है. हालांकि, प्रकाश जोशी नैनीताल जिले के कालाढूंगी में गेबुवा बूथ पर हैं. ऐसे में अपने लिए वोट कर सकेंगे.
गढ़वाल मंडल की टिहरी लोकसभा सीट पर भाजपा ने सीटिंग एमपी माला राज्य लक्ष्मी शाह को उतारा है. उनका वोट टिहरी के नरेंद्र नगर में है. नरेंद्र नगर विधानसभा सीट गढ़वाल लोकसभा सीट के अंतर्गत है. ऐसे में माला राज्य लक्ष्मी शाह को अपने संसदीय क्षेत्र से बाहर निकलकर गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में वोट करना होगा. दूसरी तरफ कांग्रेस ने जोत सिंह गुनसोला को प्रत्याशी बनाया है. गुनसोला का वोटिंग बूथ किताबघर मसूरी है. मसूरी क्षेत्र टिहरी संसदीय क्षेत्र में ही है. ऐसे में वे अपने लिए बिना किसी परेशानी से वोट कर सकेंगे.
गढ़वाल लोकसभा सीट पर भाजपा ने वर्तमान सांसद तीरथ सिंह रावत को टिकट न देकर अनिल बलूनी को टिकट दिया है. अनिल बलूनी का वोट नकोट, पौड़ी में है जोकि गढ़वाल संसदीय क्षेत्र का ही हिस्सा है. ऐसे में उन्हें खुद के लिए मतदान करने में कोई परेशानी नहीं होगी. दूसरी तरफ कांग्रेस ने गढ़वाल सीट पर गणेश गोदियाल को उम्मीदवार बनाया है. गणेश का वोटिंग बूथ पौठाणी, पौड़ी में है. इससे वे भी आसानी से वोट कर सकेंगे.
हरिद्वार लोकसभा सीट पर भाजपा ने वर्तमान सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को टिकट न देकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को टिकट दिया है. त्रिवेंद्र सिंह का वोट डिफेंस कॉलोनी, धर्मपुर देहरादून में है. देहरादून की धर्मपुर विधानसभा सीट हरिद्वार संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है. ऐसे में उन्हें वोट करने में कोई परेशानी नहीं होगी. दूसरी तरफ कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत को उम्मीदवार बनाया है. वीरेंद्र रावत का वोट बूथ हरिद्वार में ही है. ऐसे में वे भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. इसके अलावा हरीश रावत का वोट माजरा आईटीआई देहरादून में है. ये क्षेत्र टिहरी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है.
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