जयपुर. राजस्थान में प्रचंड गर्मी के बीच पानी का संकट है. प्रदेश में पेयजल आपूर्ति गड़बड़ा गई है. इस भीषण गर्मी में तीन-चार दिन के अंतराल से पानी की आपूर्ति हो रही है. इसके साथ ही बिजली आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हुई है. ग्रामीण और शहरी इलाकों में अघोषित बिजली कटौती की जा रही है. इस बीच पीएचईडी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने सोमवार को बयान दिया था कि वे फूंक मारकर पानी नहीं ला सकते हैं. बालाजी भी नहीं बन सकते कि तुरंत पानी ला दें. उन्होंने यह भी कहा था कि जो पानी हमारे पास उपलब्ध है. वही सप्लाई किया जा सकता है. अब पीएचईडी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के बयान पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पलटवार किया है. गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, वाह रे निकम्मी पर्ची सरकार, बिजली-पानी का मचा है हाहाकार, बालाजी बनने, फूंक मारने की करे ललकार, बन गया सर्कस, जनता ने बनाई थी सरकार!
भगवान से प्रार्थना और जनता से अपील तक सीमित मंत्री : दरअसल, पीएचईडी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने सोमवार को पीएचईडी के अधिकारियों की बैठक ली थी. इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा था कि पिछले साल मानसून की अनियमितता और इस बार लगातार बढ़ रहे पारे के कारण पानी की उपलब्धता सीमित है. ऐसे में उन्होंने कहा, भगवान से प्रार्थना है कि जल्द मानसून की बारिश हो. साथ ही उन्होंने जनता से भी पानी का सावधानीपूर्वक उपयोग करने की अपील की.
फूंक मार दूं या बालाजी बन जाऊं : पानी की समस्या के समाधान के सवाल पर मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा, बीसलपुर से भी इस साल अतिरिक्त पानी लिया गया है. जहां-जहां पानी की डिमांड आएगी. वहां जरूरत के अनुसार पानी सप्लाई किया जाएगा. उन्होंने जनता से अपील की कि पानी का सदुपयोग करें. उन्होंने यह तक कह दिया कि जितना पानी है. उतना ही सप्लाई कर सकते हैं. समाधान यह तो है नहीं कि फूंक मारकर पानी ला दूं या बालाजी (हनुमान जी) बनकर तुरंत पानी लें आऊं.