श्रीनगर: जिला निर्वाचन आयोग पौड़ी के 85 प्लस और दिव्यांग मतदाताओं को घर पर मतदान की सुविधा का अभियान संपन्न हो गया है. अभियान में 16 बुजुर्ग मतदाताओं का निधन हो चुका है. 103 बुजुर्ग और 7 दिव्यांग मतदाता अनुपस्थित पाए गए. 7 बुजुर्ग मतदाताओं ने मतदान से इंकार किया है. लेकिन बुजुर्ग मतदाताओं की सूची में मृत मतदाताओं के नाम सामने आने पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
जिला निर्वाचन आयोग पौड़ी द्वारा बीते 6 अप्रैल से बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को घर पर मतदान की सुविधा प्रदान करते हुए अभियान शुरू किया गया था. जिसमें जिले की छह विधानसभा सीटों के 1396 बुजुर्ग व 315 दिव्यांग मतदाताओं को घर पर मतदान की अनुमति मिली थी. अभियान को पूर्ण करने के लिए आयोग ने 146 टीमें गठित की थी, जिनमें 414 कार्मिकों ने सेवा दी. अब यह अभियान संपन्न हो गया है.
जिले में घर पर मतदान की अनुमति पाने वाले 1711 मतदाताओं में 1585 बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया है. जिनमें 177 बुजुर्ग व 308 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं. जबकि 126 मतदाताओं ने मतदान नहीं किया है. पोस्टल बैलेट के सहायक नोडल अधिकारी अमरेंद्र चौधरी ने बताया कि घर पर मतदान प्रक्रिया पूरी हो गई है. जिसमें 92.63 प्रतिशत मतदान हुआ है. उन्होंने बताया कि 103 बुजुर्ग और 7 दिव्यांग मतदाता घर पर नहीं मिले. जबकि 7 बुजुर्गों ने मतदान से इंकार किया. चौधरी ने बताया कि सूची में दर्ज 16 बुजुर्ग मतदाताओं की मौत हो चुकी है. सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी एसएल शाह ने मतदाता सूची में मृत मतदाताओं के नाम दर्ज होने को लेकर सीधे तौर पर कोई जवाब नहीं दिया.
विधानसभा सीट श्रीनगर के श्रीकोट निवासी बुजुर्ग मतदाता कमल किशोर थपलियाल ने बताया कि विधान सभा चुनाव 2022 में घर पर मतदान किया था. लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 में निर्वाचन आयोग की टीम घर पर नहीं पहुंची. जबकि जानकारी मिली है कि आयोग ने कहा है कि मैंने बूथ पर आकर मतदान किए जाने की बात कही है. उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग से जो पत्र भेजा है, उसमें मेरे पिता का नाम गलत दर्ज किया है.
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