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बालोद में पितृ भोज खाने के बाद 72 लोग हुए बीमार, मरीजों में 22 बच्चे भी शामिल - Food poision eating pitribhoj Balod

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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : 2 hours ago

बालोद में पितृ भोज खाने से 72 लोग बीमार पड़ गए. वहीं दो लोगों की हालत गंभीर है. दोनों को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. बीमार लोगों में 22 बच्चे भी शामिल हैं.

Food poision eating pitribhoj Balod
बालोद में पितृभोज खाने से 72 लोग हुए बीमार (ETV Bharat)

बालोद: बालोद जिले के डोंडीलोहारा ब्लॉक के खामभाट गांव से पितृपक्ष का भोज खाने से 72 लोग बीमार पड़ गए. इनमें 22 बच्चे भी शामिल हैं. दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. सभी का इलाज जारी है. वहीं, गंभीर हालत वाले दो मरीजों को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. जानकारी के बाद हेल्थ कैंप लगाकर लोगों का इलाज किया गया. वहीं, सूचना पाकर विधायक भी मौके पर पहुंचे.

पितृ भोज खाकर 72 लोग बीमार: दरअसल गांव के ही चैन सिंह के यहां पितृ भोज का आयोजन किया गया था. यहां 50 परिवार के लोग शामिल हुए थे. भोजन करने के कुछ घंटे के बाद लोगों की तबियत बिगड़ने लगी. इसमें सबसे ज्यादा बच्चे और महिलाएं शामिल थे. हालत बिगड़ने पर आनन फानन में स्वास्थ विभाग को सूचना दी गई, जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्थाई कैंप बनाया. खाने के बाद 72 ग्रामीण उल्टी-दस्त का शिकार हो गए, इसमें 22 बच्चे भी शामिल हैं. 2 लोगों की हालत गंभीर है. दोनों को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया.

मरीजों में 22 बच्चे भी शामिल: इस बारे में बालोद जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महेश सूर्यवंशी ने कहा कि जब हमें सूचना मिली तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से वहां पर अस्थाई कैंप लगाया गया था. सभी बीमार लोगों का आईडेंटिफाई करने के बाद प्राथमिकता से उनका इलाज किया गया, जिसके कारण स्थिति अब नियंत्रण में है. वहां पर अभी के हालात में दो से तीन नए मरीज सामने आए हैं. उनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. जिन मरीजों को रेफर किया गया है उनकी स्थितियों की भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.फिलहाल सभी मरीजों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है.

गंदा पानी पीने से हुए बीमार: इस बारे में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक रूप से दूषित पानी पीने लोगों के बीमार पड़ने की संभावनाएं जताई जा रही है. लोगों ने जिस बोर से पानी पिया था, वहां पर दो दिन पहले ही मोटर डाला गया था. वह नया बोर है. शायद वहां पर पानी की जांच नहीं कराई गई थी. इस जगह पर एक कुआं भी बना हुआ है. ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां लोगों ने कुएं का पानी भी पिया है.

विधायक भी पहुंचे गांव: घटना की जानकारी मिलने के बाद विधायक कुंवर सिंह निषाद गांव पहुंचे. उन्होंने सभी पीड़ित मरीजों से बातचीत की. उन्होंने बताया कि अधिकारियों के साथ हम निरीक्षण कर रहे हैं. अधिकारियों को उचित देखभाल और व्यवस्था के लिए निर्देशित किया गया है, जिनके घर पानी पीने के बाद लोग बीमार हुए हैं, उनके घर पर जाकर भी विधायक ने निरीक्षण किया.

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बालोद: बालोद जिले के डोंडीलोहारा ब्लॉक के खामभाट गांव से पितृपक्ष का भोज खाने से 72 लोग बीमार पड़ गए. इनमें 22 बच्चे भी शामिल हैं. दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. सभी का इलाज जारी है. वहीं, गंभीर हालत वाले दो मरीजों को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. जानकारी के बाद हेल्थ कैंप लगाकर लोगों का इलाज किया गया. वहीं, सूचना पाकर विधायक भी मौके पर पहुंचे.

पितृ भोज खाकर 72 लोग बीमार: दरअसल गांव के ही चैन सिंह के यहां पितृ भोज का आयोजन किया गया था. यहां 50 परिवार के लोग शामिल हुए थे. भोजन करने के कुछ घंटे के बाद लोगों की तबियत बिगड़ने लगी. इसमें सबसे ज्यादा बच्चे और महिलाएं शामिल थे. हालत बिगड़ने पर आनन फानन में स्वास्थ विभाग को सूचना दी गई, जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्थाई कैंप बनाया. खाने के बाद 72 ग्रामीण उल्टी-दस्त का शिकार हो गए, इसमें 22 बच्चे भी शामिल हैं. 2 लोगों की हालत गंभीर है. दोनों को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया.

मरीजों में 22 बच्चे भी शामिल: इस बारे में बालोद जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महेश सूर्यवंशी ने कहा कि जब हमें सूचना मिली तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से वहां पर अस्थाई कैंप लगाया गया था. सभी बीमार लोगों का आईडेंटिफाई करने के बाद प्राथमिकता से उनका इलाज किया गया, जिसके कारण स्थिति अब नियंत्रण में है. वहां पर अभी के हालात में दो से तीन नए मरीज सामने आए हैं. उनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. जिन मरीजों को रेफर किया गया है उनकी स्थितियों की भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.फिलहाल सभी मरीजों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है.

गंदा पानी पीने से हुए बीमार: इस बारे में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक रूप से दूषित पानी पीने लोगों के बीमार पड़ने की संभावनाएं जताई जा रही है. लोगों ने जिस बोर से पानी पिया था, वहां पर दो दिन पहले ही मोटर डाला गया था. वह नया बोर है. शायद वहां पर पानी की जांच नहीं कराई गई थी. इस जगह पर एक कुआं भी बना हुआ है. ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां लोगों ने कुएं का पानी भी पिया है.

विधायक भी पहुंचे गांव: घटना की जानकारी मिलने के बाद विधायक कुंवर सिंह निषाद गांव पहुंचे. उन्होंने सभी पीड़ित मरीजों से बातचीत की. उन्होंने बताया कि अधिकारियों के साथ हम निरीक्षण कर रहे हैं. अधिकारियों को उचित देखभाल और व्यवस्था के लिए निर्देशित किया गया है, जिनके घर पानी पीने के बाद लोग बीमार हुए हैं, उनके घर पर जाकर भी विधायक ने निरीक्षण किया.

कोंडागांव: राहगीरों के दिए खाने से बीमार हुए बंदर, वन विभाग ने भोजन देने पर लगाई रोक
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