उत्तरकाशी: समुद्रतल से करीब 12 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित डोडीताल में मां अन्नपूर्णा मंदिर के कपाट शनिवार को विधि विधान के साथ खोल दिए जाएंगे. डोडीताल में कपाट खोलने के लिए केलशू घाटी के विभिन्न गांव की देवडोलियां और श्रद्धालु शुक्रवार को अगोड़ा गांव से रवाना हो गई हैं.
शनिवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर डोडीताल में मां अन्नपूर्णा मंदिर के कपाट बैशाख के कृष्ण पक्ष के अवसर पर सुबह 6 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे. डोडीताल में आयोजित कार्यक्रम के लिए केलशू घाटी के विभिन्न गांवों से देव डोलियां गुरूवार शाम को ही अगोड़ा गांव में पहुंच गई. शुक्रवार को अगोड़ा के नाग देवता के आदेश के साथ देवडोलियां सहित पांडव पश्वा और ग्रामीण डोडीताल के लिए रवाना हुई. यह सभी शुक्रवार देर शाम डोडीताल पहुंचें. शनिवार सुबह डोडीताल में स्थित झील में सभी देवडोलियां और पांडव पश्वा और श्रद्धालु स्नान करेंगे. उसके बाद विधि विधान के साथ विशेष पूजा अर्चना के बाद मां अन्नपूर्णा मंदिर के कपाट 6 माह के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे.
मंदिर के मुख्य पुरोहित राधेश्याम खंडूड़ी ने बताया डोडीताल में भंडारे का आयोजन किया जाएगा. मां अन्नपूर्णा की सच्चे दिन से साधना करने से धन संपत्ति, संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है. डोडीताल के गणेश जन्मभूमी भी कहा जाता है, इसलिए मां अन्नपूर्णा के साथ यहां पर भगवान गणेश की पूजा अर्चना भी 6 माह तक होती है. इस मौके पर संतोष खंडूड़ी, बलदेव राणा, मुकेश पंवार, अनोज पंवार, सुनील राणा, राकेश रावत, उमेद पंवार, अनवीर पंवार सहित श्रद्धालु मौजूद रहे.
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