ETV Bharat / state

झारखंड की रेप सर्वाइवर और उसके पिता के संघर्ष पर आधारित डॉक्यूमेंट्री ऑस्कर पहुंची

Film based on rape in Jharkhand reaches Oscar. झारखंड की रेप सर्वाइवर और उसके पिता के संघर्ष पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म टू किल ए टाइगर ऑस्कर तक पहुंच गई है. इस फिल्म को अलग-अलग फिल्म फेस्टिवल में कुल 19 अवार्ड मिल चुके हैं.

author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 25, 2024, 3:22 PM IST

Film based on rape in Jharkhand reaches Oscar
Film based on rape in Jharkhand reaches Oscar

रांची: 96वें ऑस्कर में बेस्ट डॉक्यूमेंट्री कैटेगरी के लिए नॉमिनेट हुई इकलौती भारतीय फिल्म “टू किल ए टाइगर” झारखंड की एक रेप सर्वाइवर लड़की और उसके पिता के संघर्ष की दास्तां पर आधारित है.

इस डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया है कि रांची के बेड़ो का निवासी एक किसान गैंगरेप की शिकार हुई अपनी 13 साल की बेटी को इंसाफ दिलाने की खातिर पुलिस, पॉलिटिशियन्स, दबंगों और गांव वालों के दबावों से किस तरह जूझता है. निशा पाहुजा द्वारा निर्देशित इस डॉक्यूमेंट्री की पूरी शूटिंग बेड़ो में हुई है. गैंगरेप की वारदात इसी जगह पर हुई थी.

9 मई 2017 को बेड़ो में नाबालिग बच्ची एक शादी से अपने घर लौट रही थी. इसी दौरान तीन लोगों ने उसे किडनैप कर उसका गैंगरेप किया था. आरोपियों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट लिखाने से लेकर उनकी गिरफ्तारी के लिए उसे जद्दोजहद करनी पड़ी.

आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उसे केस और आरोप वापस लेने के लिए स्थानीय नेताओं और गांव वालों का दबाव भी झेलना पड़ा. इतना ही नहीं, गांव के लोगों ने उल्टे लड़की पर ही तोहमत मढ़ दी. इस पूरी लड़ाई में लड़की और उसके पिता को कितनी तरह की मानसिक यातणाएं झेलनी पड़ीं, डॉक्यूमेंट्री इसी पर आधारित है.

पीड़िता और उसके पिता की लड़ाई में एक स्वयंसेवी संस्था खड़ी हुई और आरोपी जेल भेजे गए. ऑस्कर के पहले इस फिल्म का प्रीमियर टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हो चुका है. वहां इसने एम्प्लीफाई वॉयस पुरस्कार जीता था. इसके अलावा अलग-अलग फिल्म फेस्टिवल में इसे कुल 19 अवार्ड मिले हैं.

फिल्म का निर्माण डेविड ओपेनहीम, निशा पाहुजा, कॉर्नेलिया प्रिंसिपे और एंडी कोहेन ने किया है. गौरतलब है कि ऑस्कर अवार्ड 11 मार्च को दिए जाने हैं.

रांची: 96वें ऑस्कर में बेस्ट डॉक्यूमेंट्री कैटेगरी के लिए नॉमिनेट हुई इकलौती भारतीय फिल्म “टू किल ए टाइगर” झारखंड की एक रेप सर्वाइवर लड़की और उसके पिता के संघर्ष की दास्तां पर आधारित है.

इस डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया है कि रांची के बेड़ो का निवासी एक किसान गैंगरेप की शिकार हुई अपनी 13 साल की बेटी को इंसाफ दिलाने की खातिर पुलिस, पॉलिटिशियन्स, दबंगों और गांव वालों के दबावों से किस तरह जूझता है. निशा पाहुजा द्वारा निर्देशित इस डॉक्यूमेंट्री की पूरी शूटिंग बेड़ो में हुई है. गैंगरेप की वारदात इसी जगह पर हुई थी.

9 मई 2017 को बेड़ो में नाबालिग बच्ची एक शादी से अपने घर लौट रही थी. इसी दौरान तीन लोगों ने उसे किडनैप कर उसका गैंगरेप किया था. आरोपियों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट लिखाने से लेकर उनकी गिरफ्तारी के लिए उसे जद्दोजहद करनी पड़ी.

आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उसे केस और आरोप वापस लेने के लिए स्थानीय नेताओं और गांव वालों का दबाव भी झेलना पड़ा. इतना ही नहीं, गांव के लोगों ने उल्टे लड़की पर ही तोहमत मढ़ दी. इस पूरी लड़ाई में लड़की और उसके पिता को कितनी तरह की मानसिक यातणाएं झेलनी पड़ीं, डॉक्यूमेंट्री इसी पर आधारित है.

पीड़िता और उसके पिता की लड़ाई में एक स्वयंसेवी संस्था खड़ी हुई और आरोपी जेल भेजे गए. ऑस्कर के पहले इस फिल्म का प्रीमियर टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हो चुका है. वहां इसने एम्प्लीफाई वॉयस पुरस्कार जीता था. इसके अलावा अलग-अलग फिल्म फेस्टिवल में इसे कुल 19 अवार्ड मिले हैं.

फिल्म का निर्माण डेविड ओपेनहीम, निशा पाहुजा, कॉर्नेलिया प्रिंसिपे और एंडी कोहेन ने किया है. गौरतलब है कि ऑस्कर अवार्ड 11 मार्च को दिए जाने हैं.

इनपुट- आईएएनएस

ये भी पढ़ें-

Exclusive: गरीबी ने छुड़ाई इंजीनियरिंग की पढ़ाई, पेट्रोल पंप पर किया काम, होटलों में गाए गाने और अब बन गए नागपुरी सुपर स्टार

Exclusive: डायन प्रथा पर बनी फिल्म नासूर की सफलता पर बोले डायरेक्टर- स्टोरी अच्छी होगी तो चलेगी जरूर, सरकार से की रिजर्वेशन की मांग

सीएम हेमंत सोरेन से मिली फिल्म नासूर की टीम, कई मुद्दों पर समर्थन का दिया भरोसा, एक्टर-डायरेक्टर ने कहा- Thank You ETV BHARAT

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.