नई दिल्ली: कोलकता की महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर के मामले में देशभर में AIIMS और इंदिरा गांधी अस्पताल सहित कई अस्पताल के डॉक्टर हड़ताल पर हैं. उनकी मांग है कि डॉक्टर्स के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लाना चाहिए, अपराधियो को कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए. आंदोलन के चलते रेसिडेंट डॉक्टर्स सिर्फ इमरजेंसी सर्विसिस दे रहे है. ओपीडी, ओटी और वार्ड सर्विसिस में रेसिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल है. वहीं, मामले को अब CBI के हवाले कर दिया गया है. CBI की टीम आरोपी को क्राइम ब्रांच दफ्तर लेकर पहुंची है, जहां क्राइम सीन रिक्रिएट करेगी.
RML अस्पताल में जारी है प्रदर्शन
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में बीते तीन दिनों से लगातार डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है. आज भी डॉक्टर्स हाथों में पोस्टर बैनर से लेकर इंसाफ की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं. डॉक्टर्स हत्या के आरोपी को सख्त सजा देने के साथ कार्य क्षेत्र में डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग को लेकर नारेबाजी भी की. RML की डॉक्टर शालिनी ठाकुर का कहना है कि, "आज अस्पताल में भी डॉक्टर्स सुरक्षित नहीं हैं. सीबीआई जांच के आदेश तो दे दिए गए हैं, लेकिन हमारी मंगा है कि सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम उठाए. जब तक पीड़ित को न्याय नहीं मिल जाता और हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हड़ताल समाप्त नहीं होगी.'
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सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग कर रहे डॉक्टर्स
RML अस्पताल के डॉक्टर निखिल और सौरव का कहना है कि, अस्पतालों के अंदर डॉक्टर के साथ हिंसा होती है. जिसके बाद बड़े-बड़े प्रदर्शन होते हैं, लेकिन उसके बाद कुछ नतीजा नहीं निकलता. डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए हम सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग कर रहे हैं. साथ ही इस मामले में दोषी को जल्द सजा मिलनी चाहिए. पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा भी मिलना चाहिए. आंदोलन के चलते आज भी OPD सहीत कई सेवाएं प्रभावित रहेंगी.