जोधपुर. शहर के उम्मेद अस्पताल में सोमवार देर रात को आईसीयू में भर्ती एक 5 महीने की बच्ची की मौत हो जाने के बाद परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. घटना का पता चलने के बाद साइन डॉक्टर मौके पर पहुंचे. उन्होंने परिजनों से समझाइश का प्रयास किया, लेकिन परिजन नहीं माने. परिजनों का कहना था कि बच्ची ठीक थी, उसके उपचार में लापरवाही बरती गई. इसके बाद अस्पताल अधीक्षक डॉ. अफजल हकीम ने मामले की जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया. इसके लिए परिजनों ने अपनी शिकायत दी, तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ.
दरअसल, शहर के बलदेव नगर निवासी शख्स काजू की 5 महीने की बेटी साहिबा को दस्त हो रहे थे, जिसके चलते 3 दिन पहले उसे उम्मेद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. काजू के अनुसार बेटी की स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने उसे आईसीयू में भर्ती किया, लेकिन कुछ समय बाद उसे जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया. वहां उसकी फिर से तबीयत खराब हो गई. उसे दोबारा आईसीयू लेकर गए. इस दौरान जूनियर डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ती गई और सोमवार देर रात को उसकी मौत हो गई. काजू ने आरोप लगाया कि उपचार में लापरवाही बरती गई है.
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कार्रवाई के लिए दिया गया प्रार्थना पत्र : इधर, घटना की जानकारी मिलने पर शिशु रोग विभाग के प्रोफेसर डॉ. मोहन मकवाना रात को अस्पताल पहुंचे. उन्होंने परिजनों को उपचार की पूरी वस्तु स्थिति से अवगत कराया, लेकिन परिजन नहीं माने. डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की बात को लेकर अड़े रहे. इस दौरान कांग्रेस नेता शहजाद खान भी पहुंचे. डॉक्टर्स से बातचीत की गई, जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन के नाम कार्रवाई के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया.
अधीक्षक ने बताया कि बच्ची की बेहद नाजुक स्थिति थी. उसे वेंटिलेटर पर रखा हुआ था. लगातार उसका उपचार चल रहा था, लेकिन रात को उसकी मौत हो गई. परिजनों से शिकायत ले ली गई है. इसके बाद वे शव लेकर चले गए. इस मामले की जांच करवाएंगे. कोई दोषी पाया जाएगा तो कार्रवाई करेंगे.