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प्रदोष काल की दीवाली बेस्ट या उदया काल की, जान लें लक्ष्मी पूजन का सटीक मुहूर्त

दिवाली मनाने के लिए विद्वानों में प्रदोष काल और उदया काल पर चर्चा शुरु. किस शुभ तिथि और काल में दिवाली मनाए, कंफ्यूजन करें दूर.

DIWALI SHUBH MUHURAT
प्रदोष या उदया काल कब की दीवाली है सही, (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 25, 2024, 5:12 PM IST

Updated : Oct 25, 2024, 5:47 PM IST

Diwali Shubh Muhurat: इस बार दीपावली को लेकर अजब-गजब घमासान मचा हुआ है. कोई कह रहा है 31 अक्टूबर को दीपावली मनाई जाएगी, तो कोई कह रहा है 1 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी. आखिर दीपावली कब मनाई जाएगी. सटीक मुहूर्त कब है ? प्रदोष काल की दीपावली सही होती है, या उदया काल की दीपावली सही होती है. जानिए क्या कहते हैं ज्योतिष आचार्य.

दीपावली को लेकर मचा घमासान

आखिर दीपावली कब मनाई जाएगी इसे लेकर गजब का कंफ्यूजन है. अलग-अलग विद्वानों के बीच अलग-अलग घमासान मचा हुआ है. दीपावली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा या 1 नवंबर को मनाया जाएगा. इसे लेकर कन्फ्यूजन बना हुआ है, लेकिन ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि दीपावली 31 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी, क्योंकि वैसे तो दीपावली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. इस बार जो अमावस्या तिथि पड़ रही है, वो 31 अक्टूबर को है. ऐसे में दीपावली 31 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी. रात में दीपदान और लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त है.

प्रदोष या उदया काल, कब की दीवाली सही?

प्रदोष काल या उदया काल आखिर दीपावली कब की सही है. इसे लेकर ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि वैसे तो व्रत त्यौहार कब मनाए जाएंगे यह उदया तिथि के आधार पर तय किया जाता है, लेकिन दीपावली की पूजा दिन ढलने के बाद प्रदोष काल में ही की जाती है. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि 31 अक्टूबर को 4:31 मिनट के बाद शाम को अमावस्या तिथि प्रारंभ हो जाएगी. 1 नवंबर को उदया तिथि पड़ रही है. 1 नवंबर को 6:12 के बाद प्रतिपदा तिथि आ जाती है, जो की प्रतिपदा तिथि में दीपदान और लक्ष्मी पूजन नहीं किया जाता है, क्योंकि अमावस्या तिथि 31 तारीख को पड़ रही है.

यहां पढ़ें...

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प्रदोष काल भी 31 तारीख को मिल रहा है, इसीलिए लक्ष्मी पूजा और दीपदान भी दीपावली के लिए 31 तारीख को ही किया जाएगा, क्योंकि दीपावली की पूजा दीपावली के लिए दीपदान प्रदोष काल में ही किए जाते हैं, ना की प्रतिपदा में किए जाते हैं. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि 31 तारीख को शाम को 4:31 के बाद सांयकालीन रात में 11:00 से 12:00 तक लक्ष्मी पूजा और दीपदान कर सकते हैं.

Diwali Shubh Muhurat: इस बार दीपावली को लेकर अजब-गजब घमासान मचा हुआ है. कोई कह रहा है 31 अक्टूबर को दीपावली मनाई जाएगी, तो कोई कह रहा है 1 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी. आखिर दीपावली कब मनाई जाएगी. सटीक मुहूर्त कब है ? प्रदोष काल की दीपावली सही होती है, या उदया काल की दीपावली सही होती है. जानिए क्या कहते हैं ज्योतिष आचार्य.

दीपावली को लेकर मचा घमासान

आखिर दीपावली कब मनाई जाएगी इसे लेकर गजब का कंफ्यूजन है. अलग-अलग विद्वानों के बीच अलग-अलग घमासान मचा हुआ है. दीपावली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा या 1 नवंबर को मनाया जाएगा. इसे लेकर कन्फ्यूजन बना हुआ है, लेकिन ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि दीपावली 31 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी, क्योंकि वैसे तो दीपावली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. इस बार जो अमावस्या तिथि पड़ रही है, वो 31 अक्टूबर को है. ऐसे में दीपावली 31 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी. रात में दीपदान और लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त है.

प्रदोष या उदया काल, कब की दीवाली सही?

प्रदोष काल या उदया काल आखिर दीपावली कब की सही है. इसे लेकर ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि वैसे तो व्रत त्यौहार कब मनाए जाएंगे यह उदया तिथि के आधार पर तय किया जाता है, लेकिन दीपावली की पूजा दिन ढलने के बाद प्रदोष काल में ही की जाती है. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि 31 अक्टूबर को 4:31 मिनट के बाद शाम को अमावस्या तिथि प्रारंभ हो जाएगी. 1 नवंबर को उदया तिथि पड़ रही है. 1 नवंबर को 6:12 के बाद प्रतिपदा तिथि आ जाती है, जो की प्रतिपदा तिथि में दीपदान और लक्ष्मी पूजन नहीं किया जाता है, क्योंकि अमावस्या तिथि 31 तारीख को पड़ रही है.

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प्रदोष काल भी 31 तारीख को मिल रहा है, इसीलिए लक्ष्मी पूजा और दीपदान भी दीपावली के लिए 31 तारीख को ही किया जाएगा, क्योंकि दीपावली की पूजा दीपावली के लिए दीपदान प्रदोष काल में ही किए जाते हैं, ना की प्रतिपदा में किए जाते हैं. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि 31 तारीख को शाम को 4:31 के बाद सांयकालीन रात में 11:00 से 12:00 तक लक्ष्मी पूजा और दीपदान कर सकते हैं.

Last Updated : Oct 25, 2024, 5:47 PM IST
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