दौसा. जिले में शनिवार को एक बार फिर से एसीबी की बड़ी कार्रवाई से घूसखोर अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया. कार्रवाई के दौरान जिला आबकारी अधिकारी कैलाश चंद्र प्रजापति को 1 लाख 70 हजार रुपए रिश्वत राशि के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. एसीबी की टीम ने महानिदेशक डॉक्टर रवि प्रकाश मेहरड़ा के निर्देशन में इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया.
शराब की दुकानों को निर्बाध रूप से चलाने के लिए मांग रहा था घूस: एसीबी अधिकारियों के अनुसार जिले के एक परिवादी ने एसीबी कार्यालय आकर जिला आबकारी अधिकारी के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी. जिसमें परिवादी ने बताया कि उसकी दौसा शहर में लाइसेंसशुदा शराब की तीन दुकानें हैं. घूसखोर जिला आबकारी अधिकारी कैलाश चंद्र प्रजापति परिवादी से तीनों दुकानों को निर्बाध रूप से चलाने के लिए 1 लाख 80 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर परेशान कर रहा था. वहीं रिश्वत नहीं देने पर दुकान नहीं चलने देने की धमकी देता था.
पढ़ें: स्वास्थ्य विभाग का वरिष्ठ सहायक 30 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार - ACB Action In Deeg
शिकायत का सत्यापन कर दबोचा आरोपी को: इस दौरान एसीबी के उच्चाधिकारियों ने परिवादी की शिकायत का सत्यापन करने के लिए एएसपी सुनील सिहाग के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच की. जिसमें परिवादी द्वारा दी गई शिकायत सही पाई गई. इस दौरान शनिवार को एसीबी की टीम ने आबकारी अधिकारी पर नजर रखना शुरू किया. वहीं परिवादी को पैसे लेकर जिला आबकारी के पास भेजा. इस दौरान रुपए हाथ में देते ही परिवादी ने एसीबी टीम को इशारा कर दिया. वहीं सिग्नल मिलते ही एसीबी की टीम ने घूसखोर आबकारी अधिकारी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. कार्रवाई के दौरान एसीबी की टीम ने आरोपी के कब्जे से रिश्वत की 1 लाख 70 हजार रुपए राशि जब्त की.