लखनऊ: हड़ताल के दौरान निकाले गए संविदा कर्मियों को होली से पहले बिजली विभाग की बड़ी सौगात मिलेगी. हजारों संविदा कर्मियों को विभाग वापस सेवा में लेगा. इससे पिछले काफी समय से मुश्किलों से जूझ रहे बर्खास्त संविदा कर्मियों को बड़ी राहत मिलेगी. ऊर्जा विभाग के कर्मचारियों की तमाम समस्याओं का समाधान करने के लिए सोमवार को ऊर्जा निगमों के चेयरमैन आशीष कुमार गोयल की अध्यक्षता में शक्ति भवन में विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता हुई. कई मांगों पर सहमति भी बन गई जिससे बिजलीकर्मी इसे सफल बातचीत मान रहे हैं.
बैठक में संविदा कर्मियों का वेतन बढ़ाने के लिए राज्य सरकार से अनुमोदन किए जाने, कार्यरत आउटसोर्स एसएसओ को न हटाए जाने और भूतपूर्व सैनिकों को रखने का आदेश स्थगित रखने, सभी जिलों के संविदा कर्मियों को इलाज के लिए ईएसआई की सुविधा प्रदान किए जाने, श्रमिक से लाइन मैन का कार्य न लिए जाने, संविदा कर्मियों की नियमावली बनाई जाने, कार्यकाल के दौरान दुर्घटना के अतिरिक्त अन्य कारणों से मृत्यु हो जाने पर मुआवजा दिए जाने और वर्ष 2015 में 155 संविदा कर्मियों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाने पर सहमति बनी. महासंघ के मीडिया प्रभारी विमल चंद्र पांडेय ने बताया कि मार्च 2023 की हड़ताल में कार्यरत संविदा कर्मियों और बाह्य एजेंसी की तरफ से किन्हीं वजहों से हटाए गए संविदाकर्मियों को काम पर वापस लिए जाने की सहमति बनी. चेयरमैन ने महासंघ से अनुरोध किया कि ऐसे सभी कर्मचारियों की सूची तत्काल भेजें जिससे उन्हें जल्द सेवा में वापस लिया जा सके.
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन की ओर से प्रबंध निदेशक पंकज कुमार सहित निदेशक कार्मिक व अन्य अधिकारियों ने और महासंघ की ओर से अध्यक्ष आरएस राय सहित मोहम्मद काशिफ, भोला सिंह कुशवाहा, राजेश्वर सिंह, उदय प्रताप सिंह, दिनेश कुमार, मुदस्सिर चौहान, राजकुमार पांडेय, आशीष कुमार, कपिल शर्मा और प्रभारी पुनीत राय शामिल थे.
खुशखबरी! बर्खास्त बिजली कर्मचारी होली से पहले होंगे बहाल, मांगों पर बनी सहमति
यूपी के बर्खास्त संविदा कर्मियों को होली से पहले बड़ी सौगात मिलेगी. उनकी नौकरी में वापसी होगी.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Mar 12, 2024, 7:49 AM IST
|Updated : Mar 14, 2024, 11:01 AM IST
लखनऊ: हड़ताल के दौरान निकाले गए संविदा कर्मियों को होली से पहले बिजली विभाग की बड़ी सौगात मिलेगी. हजारों संविदा कर्मियों को विभाग वापस सेवा में लेगा. इससे पिछले काफी समय से मुश्किलों से जूझ रहे बर्खास्त संविदा कर्मियों को बड़ी राहत मिलेगी. ऊर्जा विभाग के कर्मचारियों की तमाम समस्याओं का समाधान करने के लिए सोमवार को ऊर्जा निगमों के चेयरमैन आशीष कुमार गोयल की अध्यक्षता में शक्ति भवन में विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता हुई. कई मांगों पर सहमति भी बन गई जिससे बिजलीकर्मी इसे सफल बातचीत मान रहे हैं.
बैठक में संविदा कर्मियों का वेतन बढ़ाने के लिए राज्य सरकार से अनुमोदन किए जाने, कार्यरत आउटसोर्स एसएसओ को न हटाए जाने और भूतपूर्व सैनिकों को रखने का आदेश स्थगित रखने, सभी जिलों के संविदा कर्मियों को इलाज के लिए ईएसआई की सुविधा प्रदान किए जाने, श्रमिक से लाइन मैन का कार्य न लिए जाने, संविदा कर्मियों की नियमावली बनाई जाने, कार्यकाल के दौरान दुर्घटना के अतिरिक्त अन्य कारणों से मृत्यु हो जाने पर मुआवजा दिए जाने और वर्ष 2015 में 155 संविदा कर्मियों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाने पर सहमति बनी. महासंघ के मीडिया प्रभारी विमल चंद्र पांडेय ने बताया कि मार्च 2023 की हड़ताल में कार्यरत संविदा कर्मियों और बाह्य एजेंसी की तरफ से किन्हीं वजहों से हटाए गए संविदाकर्मियों को काम पर वापस लिए जाने की सहमति बनी. चेयरमैन ने महासंघ से अनुरोध किया कि ऐसे सभी कर्मचारियों की सूची तत्काल भेजें जिससे उन्हें जल्द सेवा में वापस लिया जा सके.
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन की ओर से प्रबंध निदेशक पंकज कुमार सहित निदेशक कार्मिक व अन्य अधिकारियों ने और महासंघ की ओर से अध्यक्ष आरएस राय सहित मोहम्मद काशिफ, भोला सिंह कुशवाहा, राजेश्वर सिंह, उदय प्रताप सिंह, दिनेश कुमार, मुदस्सिर चौहान, राजकुमार पांडेय, आशीष कुमार, कपिल शर्मा और प्रभारी पुनीत राय शामिल थे.