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पत्नी को ठिकाने लगाने के लिए सऊदी में रह रहे पति ने शूटर्स भेजे, जानें हमले के बाद कैसे खुला राज - Good work of Meerut Police

मेरठ पुलिस ने सऊदी में बैठकर पत्नी पर जानलेवा हमला (Disclosure of Murder Attempted) कराने के मामले का खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने पति के इशारे पर उसकी पत्नी की हत्या करने की कोशिश की बात कबूली है.

मीडिया को जानकारी देते एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह.
मीडिया को जानकारी देते एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह. (Photo Credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 24, 2024, 6:43 PM IST

मेरठ : मेरठ में 21 जुलाई को एक महिला और उसके बेटे पर हुए जानलेवा हमले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि महिला पर किसी और ने नहीं, बल्कि उसके पति ने जानलेवा हमला कराया था. वारदात के पीछे दंपती के बीच शक को लेकर विवाद था. इसी के चलते पति ने पत्नी को अपने रास्ते से हटाने के लिए साजिश रची थी.

एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने गंगानगर ईशापुरम की रहने वाली प्रियंका पर 21 जुलाई सुबह 9 बजे लूटपाट के इरादे से गोली चलाई गई थी. हमलावर प्रियंका को मृत समझ कर भाग गए, लेकिन राहगीरों ने किसी तरह प्रियंका को अस्पताल पहुंचाया, जिससे उसकी जान बच गई. केस में पुलिस ने प्रियंका से बयान लिए तो अलग ही कहानी निकली. पुलिस तफ्तीश में यह बात सामने आई कि प्रियंका का पति प्रवीन सऊदी में ड्राइवर है.

वह अपनी पत्नी पर शक करता था. इसी कारण वह पत्नी की हत्या कराना चाहता था. इसके लिए उसने 4 महीने पहले ही प्लानिंग कर ली थी. एसपी सिटी के मुताबिक प्रवीण ने रिश्ते के भांजे राहुल और एक दोस्त निशांत को 20 हजार रुपये में प्रियंका की हत्या की डील की थी. प्लानिंग के मुताबिक प्रवीण ने सऊदी जाने के बाद पत्नी प्रियंका की हत्या की बात कही थी. इसके बाद 21 जुलाई की सुबह 9 बजे प्रियंका अपने बेटे विनय के साथ छोटे बेटे से मिलने पुरकाजी (मुजफ्फरनगर) जा रही थी.

प्रियंका मूल रूप से टिटौडा गांव खतौली मुजफ्फरनगर की रहने वाली है. छोटा बेटा पुरकाजी के गुरुकुल में पढ़ता है. प्रियंका और विनय दुल्हैडा गांव के पास पहुंचे, तो दो लड़कों ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक कर एक लड़के ने प्रियंका पर गोली चला दी. विनय ने बाइक की रफ्तार बढ़ाई, लेकिन भागने के प्रयास में प्रियंका गाड़ी से नीचे गिर गई. प्रियंका को पेट में गोली और ओर सिर में चोट लगी थी. हमलावरों के जाने के बाद राहगीरों की मदद से प्रियंका को अस्पताल पहुंचाया गया. जहां डाॅक्टरों ने उसकी जान बचा ली.

एसपी सिटी के मुताबिक के प्रियंका के बयान के बाद प्रवीण की संलिप्तता की बाद सामने आई. इस पर उसकी सीडीआर निकलवाने पर हमलावरों तक पहुंचने में सफलता मिली. इसके बाद गिरफ्त में आए राहुल और निशांत ने सारी सच्चाई उगल दी. दोनों ने डील के मिले रुपयों में से 10 हजार रुपये की मोटरसाइकिल, 2 तमंचे और कारतूस खरीदे.

इसके अलावा गाजियाबाद से नया मोबाइल फोन और नया सिम भी खरीदा. वारदात वाले दिन प्रवीन राहुल, निशांत को इन्हीं नंबरों पर सऊदी से प्रियंका की सारी लोकेशन बता रहा था. हमलावरों की कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं हैं. राहुल बंशीपुरा दौराला थाना और निशांत त्यागी करीरा थाना शिकारपुर बुलंदशहर का रहने वाला है.

यह भी पढ़ें : गर्भवती महिला की पीट-पीटकर की हत्या, पुलिस ने पति को किया गिरफ्तार

यह भी पढ़ें : मेरठ का संगीता हत्याकांड; पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, भाई ने की थी बहन की हत्या

मेरठ : मेरठ में 21 जुलाई को एक महिला और उसके बेटे पर हुए जानलेवा हमले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि महिला पर किसी और ने नहीं, बल्कि उसके पति ने जानलेवा हमला कराया था. वारदात के पीछे दंपती के बीच शक को लेकर विवाद था. इसी के चलते पति ने पत्नी को अपने रास्ते से हटाने के लिए साजिश रची थी.

एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने गंगानगर ईशापुरम की रहने वाली प्रियंका पर 21 जुलाई सुबह 9 बजे लूटपाट के इरादे से गोली चलाई गई थी. हमलावर प्रियंका को मृत समझ कर भाग गए, लेकिन राहगीरों ने किसी तरह प्रियंका को अस्पताल पहुंचाया, जिससे उसकी जान बच गई. केस में पुलिस ने प्रियंका से बयान लिए तो अलग ही कहानी निकली. पुलिस तफ्तीश में यह बात सामने आई कि प्रियंका का पति प्रवीन सऊदी में ड्राइवर है.

वह अपनी पत्नी पर शक करता था. इसी कारण वह पत्नी की हत्या कराना चाहता था. इसके लिए उसने 4 महीने पहले ही प्लानिंग कर ली थी. एसपी सिटी के मुताबिक प्रवीण ने रिश्ते के भांजे राहुल और एक दोस्त निशांत को 20 हजार रुपये में प्रियंका की हत्या की डील की थी. प्लानिंग के मुताबिक प्रवीण ने सऊदी जाने के बाद पत्नी प्रियंका की हत्या की बात कही थी. इसके बाद 21 जुलाई की सुबह 9 बजे प्रियंका अपने बेटे विनय के साथ छोटे बेटे से मिलने पुरकाजी (मुजफ्फरनगर) जा रही थी.

प्रियंका मूल रूप से टिटौडा गांव खतौली मुजफ्फरनगर की रहने वाली है. छोटा बेटा पुरकाजी के गुरुकुल में पढ़ता है. प्रियंका और विनय दुल्हैडा गांव के पास पहुंचे, तो दो लड़कों ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक कर एक लड़के ने प्रियंका पर गोली चला दी. विनय ने बाइक की रफ्तार बढ़ाई, लेकिन भागने के प्रयास में प्रियंका गाड़ी से नीचे गिर गई. प्रियंका को पेट में गोली और ओर सिर में चोट लगी थी. हमलावरों के जाने के बाद राहगीरों की मदद से प्रियंका को अस्पताल पहुंचाया गया. जहां डाॅक्टरों ने उसकी जान बचा ली.

एसपी सिटी के मुताबिक के प्रियंका के बयान के बाद प्रवीण की संलिप्तता की बाद सामने आई. इस पर उसकी सीडीआर निकलवाने पर हमलावरों तक पहुंचने में सफलता मिली. इसके बाद गिरफ्त में आए राहुल और निशांत ने सारी सच्चाई उगल दी. दोनों ने डील के मिले रुपयों में से 10 हजार रुपये की मोटरसाइकिल, 2 तमंचे और कारतूस खरीदे.

इसके अलावा गाजियाबाद से नया मोबाइल फोन और नया सिम भी खरीदा. वारदात वाले दिन प्रवीन राहुल, निशांत को इन्हीं नंबरों पर सऊदी से प्रियंका की सारी लोकेशन बता रहा था. हमलावरों की कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं हैं. राहुल बंशीपुरा दौराला थाना और निशांत त्यागी करीरा थाना शिकारपुर बुलंदशहर का रहने वाला है.

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