डिंडौरी। कहते हैं कि आवश्यकता ही अविष्कार की जननी होती है. यदि आप में भी प्रतिभा है तो अवसर तलाश लेंगे. आपके आसपास और घर में ही पड़े अनुपयोगी सामान से आप कई उपयोगी चीजें बना सकते हैं. डिंडौरी के रहने वाले अशोक झारिया ने भी कबाड़ से जुगाड़ करके एक ऐसा कूलर बनाया है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.
कबाड़ से बनाया कूलर
आदिवासी बाहुल्य डिण्डौरी जिले में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बस उन्हें अवसर की तलाश रहती है. ऐसे ही डिण्डौरी जिले के समनापुर जनपद में पदस्थ बाबू अशोक झारिया ने अनुपयोगी चीजों से कूलर बनाया है. दरअसल अशोक झारिया ने घर पर पड़े कबाड़ से कूलर बनाया है. उन्होंने कार के पुराने टायर से कूलर बनाया है. इसमें घर में पड़े पुराने टेबिल फेन की जाली. मोटर और पंखी उपयोग की गई है. खास बात ये है कि टायर के पीछे खस भी लगाई गई है और इसमें एक पानी की छोटी मोटर फिट करके पानी की सप्लाई भी रखी है. इससे आपको ठंडी हवा मिलती रहती है. इस टायरनुमा कूलर में बकायदा दो स्विच भी लगाए गए हैं जिसमें एक कूलर और दूसरा पानी की मोटर के लिए है.
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'महंगे कूलर फेल हैं इस जुगाड़ के सामने'
खास बात ये है कि इस कबाड़ से जुगाड़ वाले कूलर से अच्छी खासी ठंडक भी मिल रही है. अशोक झारिया का कहना है कि "इस जुगाड़ कूलर के सामने महंगे कूलर भी फेल हैं. उनकी रूची हमेशा से ऐसे ही कामों में रहती है और गैर उपयोगी चीजों से काम की वस्तु बनाने की कोशिश करते रहते हैं. ऐसी कोशिश करते-करते ही ये कूलर बना लिया".