नई दिल्लीः रेलवे स्टेशनों पर सात पूड़ी, आलू की सब्जी अचार का रेट रेलवे के काउंटर पर 15 रुपये में जनता खाना के नाम से और यही सेम खाना आईआरसीटीसी के काउंटर पर 20 रुपये में इकोनॉमी खाने के नाम से बिक रहा है. ईटीवी भारत ने मामले की पड़ताल की तो उत्तर रेलवे ने डीआरएम दिल्ली को जांच करने को कहा था. जांच में पता चला कि ये पॉलिसी का मामला है. इससे उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है.
डीआरएम दिल्ली के सलाहकार प्रेम शंकर झा ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर रेलवे के काउंटर पर जो सात पूड़ी, आलू की सब्जी और अचार 15 रुपये में बिक रहा है. यह जनता खाना है. आईआरसीटीसी के काउंटर पर सात पूड़ी, आलू की सब्जी और अचार 20 रुपये में मिल रहा है. इसे इकोनॉमी खाना कहा जाता है. आईआरसीटीसी का रेट रेलवे बोर्ड से स्वीकृत है.
रेलवे का रेट नहीं बढ़ा, आईआरसीटीसी का रेट बढ़ने पर सवाल
अखिल भारतीय रेलवे खान पान लाइसेंसी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रविंद्र गुप्ता का कहना है कि रेलवे का रेट वर्ष 2012 से निर्धारित है. इसके बाद से रेट नहीं बढ़ा लेकिन एक ही खाने का दाम रेलवे स्टेशनों पर रेलवे के काउंटर पर अलग और आईआरसीटीसी के काउंटर पर अलग है. आरोप है कि रेलवे की ओर से आईआरसीटीसी को फायदा पहुंचाने के लिए 15 रुपये के खाने को 20 रुपये में बेचने की अनुमति दी गई है. जब रेलवे के काउंटर पर यही खाना 15 रुपये में है तो रेल यात्रियों से ज्यादा पैसे क्यों वसूले जा रहे हैं.
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शिकायतों पर नहीं हो रही सुनवाई
रविंद्र गुप्ता ने बताया कि आईआरसीटीसी के खाने का रेट रेलवे के जनता खाने से 25 प्रतिशत अधिक है. यह यात्रियों के साथ नाइंसाफी है. इसकी रेलवे बोर्ड समेत अन्य जगहों पर भी शिकायत की जा चुकी है लेकिन अभी तक मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई. जल्द सुनवाई नहीं हुई तो मामले में आंदोलन करेंगे.
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