वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी काफी देर तक रहे. इस दौरान उन्होंने दर्शन पूजन किया. जनसभा को संबोधित किया और लोगों के बीच अपनी पैठ बनाने की कोशिश की, लेकिन क्या सच में राहुल गांधी से बनारस के लोग और दर्शनार्थी अपने आप को कनेक्ट कर पा रहे हैं? क्या राहुल गांधी का यह प्रयास पूजा पाठ लोगों की सोच को बदलने का काम करेगा. इन्हीं सवालों का जवाब हमने यहां पर दर्शनार्थियों से पूछा.
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा बनारस में पहुंची तो यहां पर सड़क पर जन सैलाब दिखाई दिया, लेकिन यह जन सैलाब राहुल गांधी की यात्रा के साथ ही साथ चल रहा था. इस दौरान राहुल गांधी की यात्रा गुजरने के बाद जब लोगों से बातचीत की गई तो उनका साफ तौर पर कहना था कि पूजा पाठ का मतलब भी नहीं पता और पूजा पाठ कर रहे हैं. लोग इस बात से बेहद नाराज थे कि कांग्रेस अब इन चीजों पर आ रही है.
हिंदुत्व के मुद्दे पर कांग्रेस अब बात कर रही है, जबकि पहले कभी भी नहीं की. बीजेपी सनातन धर्म के लिए काम भी कर रही और सनातनियों का साथ भी दे रही है, लेकिन कांग्रेस ने कभी यह सब चीज नहीं की और अब करने का कोई फायदा भी नहीं है. हालांकि कांग्रेस नेता राजेश मिश्रा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू इन बातों से इत्तेफाक नहीं रखते. उनका कहना है कि राहुल गांधी को जन समर्थन मिल रहा है. राहुल गांधी लोगों की बातों को मजबूती से रखकर उस पर लड़ाई भी लड़ रहे हैं. उम्मीद नहीं पूरा विश्वास है कि 2024 में तख्ता पलट होगा.
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