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छत्तीसगढ़ के इस जिले में रोजाना एक करोड़ की लोग गटक जाते हैं शराब, आबादी महज सात लाख - Dhamtari Excise department - DHAMTARI EXCISE DEPARTMENT

धमतरी में शराब बिक्री में लगातार इजाफा होता जा रहा है. आंकड़े ये बताते हैं कि एक साल में 400 करोड़ की शराब लोग पी गए.

People drink liquor worth 400 crore
साल भर में पी जाते हैं 400 करोड़ की शराब
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Apr 9, 2024, 6:19 PM IST

Updated : Apr 11, 2024, 10:51 PM IST

साल भर में पी जाते हैं 400 करोड़ की शराब

धमतरी: शराब की बिक्री तेजी से धमतरी शहर में बढ़ी है. पिछले साल के मुकाबले इस बार शराब की बिक्री में करीब 17 फीसदी का उछाल आया है. शराब बिक्री बढ़ने से आबकारी विभाग को साल भर में 400 करोड़ रुपए मिले हैं. शराब बिक्री में आई तेजी से राजस्व विभाग का खजाना बढ़ने लगा है. आबकारी विभाग जहां राजस्व बढ़ने से खुश है वहीं लोग इन बढ़ते आंकड़ों से दुखी हैं.

साल भर में पी गए 400 करोड़ की शराब: आबकारी विभाग के लिए जरूर ये खबर अच्छी है लेकिन आम आदमी के लिए ये खबर चिंता बढ़ाने वाली है. लोगों का कहना है कि शराब पीने और पिलाने वालों के चलते घर टूट रहे हैं. लोगों की कमाई का बड़ा हिस्सा शराब की भेंट चढ़ रहा है. आबकारी विभाग अपना धंधा चमकाने के चक्कर में लोगों को शराबी बना रहा है.

क्या कहते हैं आंकड़े: लगभग 7 लाख की जनसंख्या वाले जिले में कुल 27 शराब दुकानें हैं. सिर्फ 27 दुकान ही सरकार को साल भर में 400 करोड़ कमा कर देने लगी है. धमतरी में वित्तीय वर्ष 2023 - 24 की बिक्री और खपत के आंकड़े बताते हैं कि शराब खरीदने वालों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है. देसी शराब की बात करें तो बीते वित्तीय वर्ष में - 299979 लीटर शराब बिकी. मौजूदा वित्तीय वर्ष में 351189 लीटर शराब बेचा गया, यानी 17.07 प्रतिशत की वृद्धि हुई. अंग्रेजी शराब में बीते वर्ष में 73584 लीटर बिकी और मौजूदा वर्ष में 86196 लीटर बिकी इसमे भी 17.14 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई.



यहां औसतन हर दिन एक से सवा करोड़ की शराब बिक्री होती है. साल भर में बिक्री का आंकड़ा 400 करोड़ के पार हो चुका है - प्रभाकर शर्मा, जिला आबकारी अधिकारी

शराब बिकने से घर परिवार टूट रहे हैं. शराबी लोग घर की महिलाओं को प्रताड़ित कर उनसे पैसे लेकर पी रहे हैं. परिवार की कमाई का बड़ा हिस्सा शराब में जा रहा है. - पूर्णिमा देवांगन, ग्रामीण महिला

आम लोगों की मांग: महिलाओं और आम लोगों की मांग है कि सरकार को शराब पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. गरीब परिवार में शराब बीमारी बनकर लोगों को नशे का आदि बना रहा है. शराब के चलते घरों में मार पीट और हंगामा बढ़ता जा रहा है. बच्चों की पढ़ाई लिखाई भी खराब हो रही है. युवा वर्ग भी नशे की चपेट में आ रहा है.


साल भर में पी जाते हैं 400 करोड़ की शराब

धमतरी: शराब की बिक्री तेजी से धमतरी शहर में बढ़ी है. पिछले साल के मुकाबले इस बार शराब की बिक्री में करीब 17 फीसदी का उछाल आया है. शराब बिक्री बढ़ने से आबकारी विभाग को साल भर में 400 करोड़ रुपए मिले हैं. शराब बिक्री में आई तेजी से राजस्व विभाग का खजाना बढ़ने लगा है. आबकारी विभाग जहां राजस्व बढ़ने से खुश है वहीं लोग इन बढ़ते आंकड़ों से दुखी हैं.

साल भर में पी गए 400 करोड़ की शराब: आबकारी विभाग के लिए जरूर ये खबर अच्छी है लेकिन आम आदमी के लिए ये खबर चिंता बढ़ाने वाली है. लोगों का कहना है कि शराब पीने और पिलाने वालों के चलते घर टूट रहे हैं. लोगों की कमाई का बड़ा हिस्सा शराब की भेंट चढ़ रहा है. आबकारी विभाग अपना धंधा चमकाने के चक्कर में लोगों को शराबी बना रहा है.

क्या कहते हैं आंकड़े: लगभग 7 लाख की जनसंख्या वाले जिले में कुल 27 शराब दुकानें हैं. सिर्फ 27 दुकान ही सरकार को साल भर में 400 करोड़ कमा कर देने लगी है. धमतरी में वित्तीय वर्ष 2023 - 24 की बिक्री और खपत के आंकड़े बताते हैं कि शराब खरीदने वालों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है. देसी शराब की बात करें तो बीते वित्तीय वर्ष में - 299979 लीटर शराब बिकी. मौजूदा वित्तीय वर्ष में 351189 लीटर शराब बेचा गया, यानी 17.07 प्रतिशत की वृद्धि हुई. अंग्रेजी शराब में बीते वर्ष में 73584 लीटर बिकी और मौजूदा वर्ष में 86196 लीटर बिकी इसमे भी 17.14 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई.



यहां औसतन हर दिन एक से सवा करोड़ की शराब बिक्री होती है. साल भर में बिक्री का आंकड़ा 400 करोड़ के पार हो चुका है - प्रभाकर शर्मा, जिला आबकारी अधिकारी

शराब बिकने से घर परिवार टूट रहे हैं. शराबी लोग घर की महिलाओं को प्रताड़ित कर उनसे पैसे लेकर पी रहे हैं. परिवार की कमाई का बड़ा हिस्सा शराब में जा रहा है. - पूर्णिमा देवांगन, ग्रामीण महिला

आम लोगों की मांग: महिलाओं और आम लोगों की मांग है कि सरकार को शराब पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. गरीब परिवार में शराब बीमारी बनकर लोगों को नशे का आदि बना रहा है. शराब के चलते घरों में मार पीट और हंगामा बढ़ता जा रहा है. बच्चों की पढ़ाई लिखाई भी खराब हो रही है. युवा वर्ग भी नशे की चपेट में आ रहा है.


Last Updated : Apr 11, 2024, 10:51 PM IST
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