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अब श्रद्धालु घर बैठे कर सकेंगे चारधाम के दर्शन, होगी स्पेशल पूजा, मिलेगा प्रसाद, जानें प्रोसेस - CHARDHAM ONLINE PUJA

CHARDHAM ONLINE PUJA हर साल मॉनसून सीजन के दौरान चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम हो जाती है. ऐसे में सरकार ने उन श्रद्धालुओं को घर बैठे पूजा कराने का मौका दिया जो चारधाम यात्रा पर नहीं आ सकते हैं.

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चारधाम ऑनलाइन पूजा (PHOTO- ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 1, 2024, 7:08 PM IST

Updated : Jun 1, 2024, 7:14 PM IST

मॉनसून सीजन के तहत चारधाम यात्रा की तैयारियां पूरी (VIDEO-ETV BHARAT)

देहरादूनः उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर रोजाना करीब 55 से 60 हजार श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं. लेकिन मॉनसून सीजन के दौरान श्रद्धालुओं का यह आंकड़ा घटकर करीब 20 से 25 हजार रोजाना तक सीमित हो जाता है. जिसकी मुख्य वजह यह है कि मॉनसून सीजन के दौरान पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करना काफी खतरनाक होता है. मॉनसून सीजन के दौरान श्रद्धालु सुलभ तरीके से यात्रा कर सके, इसके लिए शासन प्रशासन की तरफ के तमाम व्यवस्थाएं की जाती हैं.

इन्हीं व्यवस्थाओं में से एक, चारधाम यात्रा पूजा की बुकिंग है. दरअसल ऐसे श्रद्धालु जो चारधाम के दर्शन करने और धामों में पूजा अर्चना कराना चाहते हैं, लेकिन आ नहीं सकते वे श्रद्धालु अपने नाम से ऑनलाइन पूजा अर्चना कर पुण्य कमा सकते हैं. इसके लिए श्रद्धालुओं को बदरीकेदार मंदिर समिति की ऑफिशल वेबसाइट https://badrinath-kedarnath.gov.in पर जाकर पूजा की बुकिंग करनी होगी. केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में प्रातः काल की पूजा से लेकर सायंकाल की पूजा के बीच तमाम पूजा होती है. कुछ ऐसी पूजा भी होती है जो श्रद्धालुओं की ओर से कराई जाती है. हर पूजा के लिए बीकेटीसी की तरफ से शुल्क निर्धारित है.

केदारनाथ धाम में 1300 लोगों ने कराई बुकिंग: हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु ऑनलाइन पूजा के लिए बुकिंग करते हैं. जिसके तहत साल 2023 में बदरीनाथ धाम में अलग-अलग पूजा के लिए करीब 19 हजार 700 लोगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था. इसी क्रम में बाबा केदारनाथ धाम में पूजा के लिए करीब 20 हजार श्रद्धालुओं ने बुकिंग कराई थी. मौजूदा साल 2024 में भी बढ़ चढ़कर लोग ऑनलाइन पूजा के लिए बुकिंग करवा रहे हैं. बदरीनाथ धाम में अभी तक करीब 2300 श्रद्धालु और केदारनाथ धाम के लिए करीब 1300 लोगों ने पूजा के लिए बुकिंग करवाई है.

दो तरीके से होती है पूजा: धामों में पूजा अर्चना के लिए ऑनलाइन पूजा की बुकिंग कराने पर दो तरीके से पूजा की जाती है. पहला- जब श्रद्धालु धामों में दर्शन के लिए जाता है तो ऑनलाइन पूजा की बुकिंग कराकर धाम में पूजा करवा सकता है. इसमें खास बात यह है कि ऑनलाइन पूजा की बुकिंग के दौरान श्रद्धालु खुद अपनी सुविधा के अनुसार दिन और समय का चयन कर सकता है. लेकिन अगर किसी कारण श्रद्धालु धाम में नहीं पहुंच पाता है तो उसके तय किए गए पूजा की तिथि और समय पर संबंधित व्यक्ति के नाम से पूजा अर्चना की जाती है. साथ ही श्रद्धालु के घर प्रसाद भेज दिया जाता है. धामों में ऑनलाइन पूजा की सुविधा का लाभ अधिकतर वे श्रद्धालु उठा रहे हैं जो दर्शन करने नहीं आ सकते हैं.

मॉनसून सीजन के दौरान श्रद्धालुओं को आसान और सुलभ तरीके से दर्शन हो सके, इसके लिए शासन-प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. मॉनसून सीजन के दौरान सुचारू रूप से चारधाम की यात्रा संचालित हो, इस सवाल पर गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि मॉनसून सीजन के दौरान जो आपदा जैसी घटनाएं होती है, उसके लिए आपदा विभाग हमेशा तैयार रहता है. हालांकि, यात्रा मार्गों पर मौजूद लगभग सभी संवेदनशील क्षेत्र चिन्हित हैं. जहां पर मशीनें तैनात रहती है. मॉनसून सीजन के दौरान अगर आपदा जैसे हालत बनते हैं तो यात्रियों को कहां रोकना है? इसका पूरा प्लान तैयार है.

बदरी-केदार मदिर में होने वाली ऑनलाइन मुख्य पूजा का शुल्क.

  • बदरीनाथ धाम में एक घंटे की महाभिषेक पूजा के लिए 4700 रुपए का शुल्क देना होगा.
  • बदरीनाथ धाम में अभिषेक पूजा के लिए 4500 रुपए शुल्क रखा गया है.
  • बदरीनाथ में दिनभर की पूजा यानी सुबह अभिषेक, शयन आरती और विष्णुसहस्रनाम पाठ के लिए 12 हजार रुपए का शुल्क देना होगा.
  • बदरीनाथ धाम में वेदपाठ के लिए 2500 रुपए शुल्क निर्धारित है.
  • बदरीनाथ धाम में शयन आरती के लिए 3100 रुपए देना होगा.
  • बदरीनाथ धाम में विष्णु सहस्रनाम पाठ के लिए 701 रुपए भुगतान करना होता है.
  • केदारनाथ में पांच व्यक्तियों के लिए घोडशोपचार पूजा कराने का 5500 रुपए शुल्क.
  • केदारनाथ धाम में सायंकालीन आरती के लिए 2800 रुपए देने होते हैं.

ये भी पढ़ेंः सीएम धामी ने बदरीनाथ धाम में लिया व्यवस्थाओं का जायजा, यात्रियों से लिया सुविधाओं पर फीडबैक

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन हुए शुरू, यात्रियों में खुशी की लहर, इतनी है रोज की लिमिट

मॉनसून सीजन के तहत चारधाम यात्रा की तैयारियां पूरी (VIDEO-ETV BHARAT)

देहरादूनः उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर रोजाना करीब 55 से 60 हजार श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं. लेकिन मॉनसून सीजन के दौरान श्रद्धालुओं का यह आंकड़ा घटकर करीब 20 से 25 हजार रोजाना तक सीमित हो जाता है. जिसकी मुख्य वजह यह है कि मॉनसून सीजन के दौरान पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करना काफी खतरनाक होता है. मॉनसून सीजन के दौरान श्रद्धालु सुलभ तरीके से यात्रा कर सके, इसके लिए शासन प्रशासन की तरफ के तमाम व्यवस्थाएं की जाती हैं.

इन्हीं व्यवस्थाओं में से एक, चारधाम यात्रा पूजा की बुकिंग है. दरअसल ऐसे श्रद्धालु जो चारधाम के दर्शन करने और धामों में पूजा अर्चना कराना चाहते हैं, लेकिन आ नहीं सकते वे श्रद्धालु अपने नाम से ऑनलाइन पूजा अर्चना कर पुण्य कमा सकते हैं. इसके लिए श्रद्धालुओं को बदरीकेदार मंदिर समिति की ऑफिशल वेबसाइट https://badrinath-kedarnath.gov.in पर जाकर पूजा की बुकिंग करनी होगी. केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में प्रातः काल की पूजा से लेकर सायंकाल की पूजा के बीच तमाम पूजा होती है. कुछ ऐसी पूजा भी होती है जो श्रद्धालुओं की ओर से कराई जाती है. हर पूजा के लिए बीकेटीसी की तरफ से शुल्क निर्धारित है.

केदारनाथ धाम में 1300 लोगों ने कराई बुकिंग: हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु ऑनलाइन पूजा के लिए बुकिंग करते हैं. जिसके तहत साल 2023 में बदरीनाथ धाम में अलग-अलग पूजा के लिए करीब 19 हजार 700 लोगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था. इसी क्रम में बाबा केदारनाथ धाम में पूजा के लिए करीब 20 हजार श्रद्धालुओं ने बुकिंग कराई थी. मौजूदा साल 2024 में भी बढ़ चढ़कर लोग ऑनलाइन पूजा के लिए बुकिंग करवा रहे हैं. बदरीनाथ धाम में अभी तक करीब 2300 श्रद्धालु और केदारनाथ धाम के लिए करीब 1300 लोगों ने पूजा के लिए बुकिंग करवाई है.

दो तरीके से होती है पूजा: धामों में पूजा अर्चना के लिए ऑनलाइन पूजा की बुकिंग कराने पर दो तरीके से पूजा की जाती है. पहला- जब श्रद्धालु धामों में दर्शन के लिए जाता है तो ऑनलाइन पूजा की बुकिंग कराकर धाम में पूजा करवा सकता है. इसमें खास बात यह है कि ऑनलाइन पूजा की बुकिंग के दौरान श्रद्धालु खुद अपनी सुविधा के अनुसार दिन और समय का चयन कर सकता है. लेकिन अगर किसी कारण श्रद्धालु धाम में नहीं पहुंच पाता है तो उसके तय किए गए पूजा की तिथि और समय पर संबंधित व्यक्ति के नाम से पूजा अर्चना की जाती है. साथ ही श्रद्धालु के घर प्रसाद भेज दिया जाता है. धामों में ऑनलाइन पूजा की सुविधा का लाभ अधिकतर वे श्रद्धालु उठा रहे हैं जो दर्शन करने नहीं आ सकते हैं.

मॉनसून सीजन के दौरान श्रद्धालुओं को आसान और सुलभ तरीके से दर्शन हो सके, इसके लिए शासन-प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. मॉनसून सीजन के दौरान सुचारू रूप से चारधाम की यात्रा संचालित हो, इस सवाल पर गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि मॉनसून सीजन के दौरान जो आपदा जैसी घटनाएं होती है, उसके लिए आपदा विभाग हमेशा तैयार रहता है. हालांकि, यात्रा मार्गों पर मौजूद लगभग सभी संवेदनशील क्षेत्र चिन्हित हैं. जहां पर मशीनें तैनात रहती है. मॉनसून सीजन के दौरान अगर आपदा जैसे हालत बनते हैं तो यात्रियों को कहां रोकना है? इसका पूरा प्लान तैयार है.

बदरी-केदार मदिर में होने वाली ऑनलाइन मुख्य पूजा का शुल्क.

  • बदरीनाथ धाम में एक घंटे की महाभिषेक पूजा के लिए 4700 रुपए का शुल्क देना होगा.
  • बदरीनाथ धाम में अभिषेक पूजा के लिए 4500 रुपए शुल्क रखा गया है.
  • बदरीनाथ में दिनभर की पूजा यानी सुबह अभिषेक, शयन आरती और विष्णुसहस्रनाम पाठ के लिए 12 हजार रुपए का शुल्क देना होगा.
  • बदरीनाथ धाम में वेदपाठ के लिए 2500 रुपए शुल्क निर्धारित है.
  • बदरीनाथ धाम में शयन आरती के लिए 3100 रुपए देना होगा.
  • बदरीनाथ धाम में विष्णु सहस्रनाम पाठ के लिए 701 रुपए भुगतान करना होता है.
  • केदारनाथ में पांच व्यक्तियों के लिए घोडशोपचार पूजा कराने का 5500 रुपए शुल्क.
  • केदारनाथ धाम में सायंकालीन आरती के लिए 2800 रुपए देने होते हैं.

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Last Updated : Jun 1, 2024, 7:14 PM IST
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