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देवेंद्र झाझड़िया बोले- एथलेटिक्स ऑफशियाटिंग के तौर पर छात्र बना सकते हैं अपना करियर - Career In Athletics Officiating

Career In Athletics Officiating, राजस्थान विश्वविद्यालय खेल बोर्ड की ओर से शुक्रवार को छात्रों के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इसमें पद्मश्री पैरा ओलंपियन देवेंद्र झाझड़िया बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए और उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को न सिर्फ खेलने, बल्कि खेल को एक करियर के रूप में चुनना चाहिए.

Career In Athletics Officiating
एथलेटिक्स ऑफशियाटिंग में छात्र बना सकते हैं करियर (ETV BHARAT JAIPUR)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 26, 2024, 8:20 PM IST

राजस्थान विश्वविद्यालय खेल बोर्ड की सचिव डॉ. प्रीति शर्मा (ETV BHARAT JAIPUR)

जयपुर. खेलों के माध्यम से रोजगार और स्वरोजगार के इतने आयाम उपलब्ध है कि एक खिलाड़ी को रोजगार की कमी हो ही नहीं सकती. ये कहना है भारतीय पैरा ओलंपिक समिति के अध्यक्ष देवेंद्र झाझड़िया का. शुक्रवार को पेरिस ओलंपिक 2024 के शुभारंभ दिवस के उपलक्ष्य में राजस्थान विश्वविद्यालय में एथलेटिक्स ऑफशियाटिंग को लेकर छात्रों को आगे बढ़ने के प्रति प्रेरित करते हुए उन्होंने ये बात कही.

उन्होंने कहा कि ट्रैक और फील्ड एथलेटिक्स ऑफशियाटिंग के तौर पर भी छात्र अपना करियर बना सकते हैं. एथलीट खेलों में फील्ड जज, ट्रैक जज, टाइम कीपर और स्टार्टर जैसे कई ऑफशियाटिंग होते हैं, जो खेल की बारीकियों को समझते हुए एथलीट खेलों के आयोजन में अपनी भूमिका अदा कर सकते हैं.

इसे भी पढ़ें - EXCLUSIVE: देश को ओलंपिक पदक दिलाने वाली पहली भारतीय महिला कर्णम मल्लेश्वरी का इंटरव्यू - Paris Olympics 2024

इसी को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को राजस्थान विश्वविद्यालय खेल बोर्ड की ओर से छात्रों के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इसमें पद्मश्री पैरा ओलंपियन देवेंद्र झाझड़िया ने छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए. साथ ही उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को न सिर्फ खेलने, बल्कि खेल को एक करियर के रूप में चुनना चाहिए. एक खिलाड़ी को रोजगार की कमी हो ही नहीं सकती है और एक खिलाड़ी को संघर्षों के बावजूद भी खेल को नहीं छोड़ना चाहिए. वहीं, इस दौरान मौजूद रहे अर्जुन अवॉर्डी गोपाल सैनी ने कहा कि खेल को बिना किसी ड्रग्स और डोपिंग के खेलना चाहिए.

वहीं, खेल बोर्ड की सचिव डॉ. प्रीति शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को पेरिस ओलंपिक 2024 का शुभारंभ होने जा रहा है. इस उपलक्ष्य में खेल बोर्ड राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से छात्रों को ट्रेनिंग और डेवलपमेंट एथलीट ऑफशियाटिंग की बारीकियां समझाने का दौर शुरू किया गया है.

इसे भी पढ़ें - पेरिस ओलंपिक मुक्केबाजी ड्रॉ घोषित, निखत जरीन और लवलीना को मिलेगी कड़ी चुनौती - Paris Olympics 2024

इसके तहत पहले तो छात्रों को बेसिक नॉलेज दी जाएगी. फिर एथलीट गेम, जिसमें थ्रोइंग, जंपिंग और रनिंग के करीब 26 इवेंट होते हैं. इन खेलों में ऑफशियाटिंग रेफरीज की आवश्यकता पड़ती है. यहां 80 छात्रों को ट्रेनिंग दी जा रही है और जब ये छात्र ट्रेनिंग लेकर निकलेंगे तो वो देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाले स्पोर्ट्स टूर्नामेंट यहां तक कि कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में भी अच्छे ऑफिशर्स की भूमिका निभा सकते हैं.

राजस्थान विश्वविद्यालय खेल बोर्ड की सचिव डॉ. प्रीति शर्मा (ETV BHARAT JAIPUR)

जयपुर. खेलों के माध्यम से रोजगार और स्वरोजगार के इतने आयाम उपलब्ध है कि एक खिलाड़ी को रोजगार की कमी हो ही नहीं सकती. ये कहना है भारतीय पैरा ओलंपिक समिति के अध्यक्ष देवेंद्र झाझड़िया का. शुक्रवार को पेरिस ओलंपिक 2024 के शुभारंभ दिवस के उपलक्ष्य में राजस्थान विश्वविद्यालय में एथलेटिक्स ऑफशियाटिंग को लेकर छात्रों को आगे बढ़ने के प्रति प्रेरित करते हुए उन्होंने ये बात कही.

उन्होंने कहा कि ट्रैक और फील्ड एथलेटिक्स ऑफशियाटिंग के तौर पर भी छात्र अपना करियर बना सकते हैं. एथलीट खेलों में फील्ड जज, ट्रैक जज, टाइम कीपर और स्टार्टर जैसे कई ऑफशियाटिंग होते हैं, जो खेल की बारीकियों को समझते हुए एथलीट खेलों के आयोजन में अपनी भूमिका अदा कर सकते हैं.

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इसी को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को राजस्थान विश्वविद्यालय खेल बोर्ड की ओर से छात्रों के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इसमें पद्मश्री पैरा ओलंपियन देवेंद्र झाझड़िया ने छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए. साथ ही उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को न सिर्फ खेलने, बल्कि खेल को एक करियर के रूप में चुनना चाहिए. एक खिलाड़ी को रोजगार की कमी हो ही नहीं सकती है और एक खिलाड़ी को संघर्षों के बावजूद भी खेल को नहीं छोड़ना चाहिए. वहीं, इस दौरान मौजूद रहे अर्जुन अवॉर्डी गोपाल सैनी ने कहा कि खेल को बिना किसी ड्रग्स और डोपिंग के खेलना चाहिए.

वहीं, खेल बोर्ड की सचिव डॉ. प्रीति शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को पेरिस ओलंपिक 2024 का शुभारंभ होने जा रहा है. इस उपलक्ष्य में खेल बोर्ड राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से छात्रों को ट्रेनिंग और डेवलपमेंट एथलीट ऑफशियाटिंग की बारीकियां समझाने का दौर शुरू किया गया है.

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इसके तहत पहले तो छात्रों को बेसिक नॉलेज दी जाएगी. फिर एथलीट गेम, जिसमें थ्रोइंग, जंपिंग और रनिंग के करीब 26 इवेंट होते हैं. इन खेलों में ऑफशियाटिंग रेफरीज की आवश्यकता पड़ती है. यहां 80 छात्रों को ट्रेनिंग दी जा रही है और जब ये छात्र ट्रेनिंग लेकर निकलेंगे तो वो देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाले स्पोर्ट्स टूर्नामेंट यहां तक कि कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में भी अच्छे ऑफिशर्स की भूमिका निभा सकते हैं.

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