शिमला: डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने एचआरटीसी मुख्यालय में म्यूजियम का शुभारंभ किया. इस म्यूजियम में एचआरटीसी बसों की 50 वर्षों की यादों को संजोया गया है. म्यूजियम में लोगों को साल 1974 से लेकर अब तक सभी बसों की मॉडल सहित निगम से जुड़ी अन्य पुरानी यादें देखने को मिलेगी.
हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के मुख्य कार्यालय में निर्मित संग्रहालय एवं वाल ऑफ हॉनर के लोकार्पण पर उप मुख्यमंत्री ने मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, "वाल ऑफ हॉनर के माध्यम से हिमाचल पथ परिवहन निगम के सफर को जान सकेंगे. 1974 से लेकर अब तक के फैसलों एवं अवार्ड्स अंकित किया गया है. इसके साथ-साथ एचआरटीसी बसों के मॉडल को भी अलग-अलग स्थानों पर दर्शाया जा रहा है".
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, "पूरे प्रदेश को निगम के 50 वर्ष पूर्ण होने पर गर्व होना चाहिए. निगम की बसों की सेवाएं दुर्गम क्षेत्रों तक है और लोगों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाती है. हमारे बसों के ड्राइवर सबसे अच्छे अनुभवी हैं. स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य पर निगम द्वारा 12 अक्टूबर होटल पीटरहॉफ में भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा".
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, एचआरटीसी 70 लाख लोगों की लाइफ लाइन है. रात्रि सेवाओं का असली राजा तो एचआरटीसी ही है. प्रदेश में इस समय 94 प्रतिशत रूट हिमाचल पथ परिवहन निगम घाटे के रूट चला रही है, लेकिन जनसेवा की भावना से कार्य करते हुए घाटे के बावजूद निगम की बसें प्रदेश के लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचा रही है.
प्रतिदिन 50 लाख की सब्सिडी दे रही एचआरटीसी: उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, एचआरटीसी रियायती सफर पर लगभग 50 लाख रुपए की सब्सिडी दे रही है. जिससे 27 श्रेणियां लाभान्वित हो रही हैं. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति अनुसार बसों को डिजाइन करवाया जाएगा. सरकार जल्द ही 300 नई बसों की खरीद करने जा रही है, जिसके लिए टेंडर हो चुका है. इसके साथ-साथ वॉल्वो बसों का सारा फ्लीट भी बदलने के प्रयास किए जा रहे है. इस समय निगम के बड़े में 24 वोल्वो बसें है.