चित्तौड़गढ़. प्रदेश की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने मेवाड़ की धरा को नमन करते हुए कहा कि मेवाड़ के गौरवशाली और स्वाभिमानी इतिहास को आज के समय में आत्मसात करने की जरूरत है. उन्होंने जौहर वीरांगनाओं काे नमन करते हुए कहा कि मौजूदा युग नारीवंदन का है. उन्होंने क्षत्रिय समाज का आह्वान किया कि वे महिला शिक्षा पर जोर देकर महिलाओं को सशक्त और सामर्थ्यवान बनाएं. दीया कुमारी शुक्रवार को जौहर श्रद्धांजलि समारोह के दौरान आयोजित जनसभा को संबाेधित कर रही थीं.
उन्होंने कहा कि पर्यटन के मामले में आज भी मेवाड़ का यह क्षेत्र पिछड़ा हुआ है. इसके लिए सरकार द्वारा यहां पर्यटन को पर्यटन उद्योग के रूप में विकसित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में दुर्ग विकास के लिए केन्द्र की सरकार ने कई योजनाएं बनाई हैं और वर्तमान में पर्यटकों के लिए रोप वे की भी स्वीकृति दी गई है. दीया कुमारी ने कहा कि विगत 10 सालों में मोदी सरकार ने हर वर्ग का विकास किया है. केन्द्र में मोदी सरकार और राजस्थान में भजनलाल सरकार है. ऐसे में डबल इंजन की सरकार में विकास को गति मिलेगी. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी तीसरी बार पीएम बनेंगे. उन्होंने जौहर स्मृति संस्थान की मांगों पर कहा कि शीघ्र ही आचार संहिता के बाद इस पर अमल किया जाएगा.
समारोह के दौरान संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और सांसद सीपी जोशी ने कहा कि देश और दुनिया में चित्तौड़गढ़ का नाम इस पवित्र धरा की वजह से है. इसलिए चित्तौड़गढ़ के लाेगों को दुनिया भर में सम्मान मिलता है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में ही महल के बाहर गलत अंकित जानकारी को हटाया गया और इन्हीं 10 सालों में जौहर स्थल के बाहर अंकन कराया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने महाराणा प्रताप और झाला मान पर डाक टिकट जारी कर देश भर में अंकित करने की कोशिश की है.
उन्होंने कहा कि दुर्ग पर रोपवे स्वीकृत किया गया है. वहीं महाराणा प्रताप के नाम से एक रेल चलाने की भी योजना है. समारोह के दौरान संबाेधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी उदयलाल आंजना ने कहा कि मान सम्मान के लिए जो बलिदान महारानी पद्मिनी और अन्य रानियों ने किया है, उसे जब तक दुनिया है, याद किया जाता रहेगा. लाइट एंड साउंड शो के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि आखिर गलत इतिहास देना किसकी गलती थी. अभी ईडी, सीबीआई जो गलती कर रहा है, इस गलती की सजा किसको दी? इस दौरान उन्होंने 11 लाख रुपए देने की भी घोषणा की.
संस्थान ने उठाई विभिन्न मांगे: जौहर स्मृति संस्थान के महामंत्री तेजपाल सिंह खोर ने महाराणा मेवाड़ महेन्द्र सिंह का संदेश पढ़कर सुनाया. इस दौरान संस्थान की ओर से विभिन्न मांगे रखी गई. उन्होंने मेडिकल कॉलेज का नाम महाराणा प्रताप मेडिकल कॉलेज किये जाने के साथ ही जौहर स्मृति संस्थान में गैलेरी विद लाइट एंड साउंड के साथ स्थापित करने और विजय स्तम्भ पर प्रतिकात्मक जौहर ज्योति स्थापित करने की मांग की. इस दौरान संस्थान की ओर से रिठोला चौराहे पर महाराणा प्रताप की अश्वारूढ़ प्रतिमा स्थापित करने की मांग के साथ ही बप्पा रावल और चित्तौड़गढ़ के शहीदों पर ऐतिहासिक कार्य करने के साथ ही चैत्र कृष्णा एकादशी पर राज्य स्तरीय अवकाश की मांग की.
विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने जौहर मेले के 5 लाख के बजट को बढ़ाकर 10 लाख रुपए किए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि इस दौरान करीब 50 लाख का खर्च आता है. उन्होंने उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी से समाज की मांगें पूरी करने और संस्थान के लिए आवंटित जमीन पर छात्रावास बनाने का आह्वान किया. समारोह के दौरान धर्म गुरु अवधेशानन्द जी, जौहर स्मृति संस्थान के अध्यक्ष राव नरेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक प्रीति शक्तावत, श्रीचन्द्र कृपलानी, जिला प्रमुख भूपेन्द्र सिंह, रणधीर सिंह भींडर, बद्रीलाल जाट, कुंभलगढ़ सुरेन्द्र सिंह राठौड़, नारायण सिंह बड़ौली आिद मौजूद थे.
शहर से निकला चल समारोह: जौहर मेले के मौके पर एक चल समारोह राजपूत छात्रावास से प्रारंभ होकर मुख्य बाजारों से होता हुआ पाडनपोल से लेकर जौहर स्थल तक पहुंचा और फतहप्रकाश महल पर जाकर समारोह में तब्दील हो गया. जौहर मेले के जुलूस में विभिन्न स्थानों से आए राजपूत सरदार पारंपरिक वेशभूषाओं में नजर आए और घोड़े, हाथी और बघ्घियों से सुसज्जित जुलूस का जगह-जगह स्वागत किया गया. जुलूस के आगे पहलवानों द्वारा हैरतगेंज अखाड़ा प्रदर्शन किया गया. जुलूस के दौरान विभिन्न स्थानों से आदिवासी समुदाय के लोगों ने भी नृत्य किया.