पटना: बिहार में साइबर अपराध के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. राज्य के अंदर कई साइबर अपराधी गिरोह सक्रिय हैं. आम लोगों को तो पहले से ठगा जा रहा था, अब निशाने पर खास लोग भी हैं. बिहार के अपर मुख्य सचिव के नाम पर भी ठगी करने से साइबर क्रिमिनल डरते नहीं हैं. साइबर ठगों ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के नाम पर उनके ही विभाग के अधिकारियों से ठगी का धंधा चला रखा है.
प्रत्यय अमृत के नाम पर साइबर ठगी: साइबर ठगों के द्वारा प्रत्यय अमृत की तस्वीर के साथ व्हाट्सएप कॉल कर अधिकारियों से पैसे की मांग की जा रही है. 94725363384 मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर व्हाट्सएप पर प्रत्यय अमृत डीपी लगाई गई है. इसी नंबर से व्हाट्सएप कॉल किया जा रहा है. जिस वजह से आईएएस अधिकारी भी चकमा खा जा रहे हैं.
ईओयू ने दर्ज की प्राथमिकी: इस बाबत प्रत्यय अमृत ने आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी को पत्र लिखकर शिकायत की है. जिसमें कहा गया है कि उस नंबर से मैसेज कर अधिकारियों से मोटे रकम की डिमांड की जा रही है. वहीं, आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. इंस्पेक्टर संजीव कुमार को जांच का जिम्मा सौंपा गया है.
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कौन हैं प्रत्यय अमृत?: बिहार के गोपालगंज के रहने वाले प्रत्यय अमृत 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वह अपने कार्यों को लेकर चर्चा में रहते हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, रोड कनेक्टिविटी और विद्युत आपूर्ति जैसे कार्यों में उन्होंने अहम भूमिका निभाई है. कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग में मुख्य सचिव के तौर पर भी उन्होंने शानदार काम किया था. 2011 में उनको भारत सरकार की तरफ से लोक प्रशासन में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाजा गया था.
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