जयपुर: राजस्थान में गहलोत सरकार में बनाए गए जिलों में भजनलाल सरकार ने 9 जिलों को समाप्त कर दिया है. इसका विरोध भी जारी है. इस बीच जयपुर के सांभरलेक को जिला बनाने की मांग फिर उठने लगी है. सोमवार को सांभरलेक बार एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में सांभरलेक के उपखंड अधिकारी सुमन चौधरी को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नाम सांभरलेक को जिला बनाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया.
बार एसोसिएशन अध्यक्ष शर्मा ने बताया कि सात दशक से सांभरलेक को जिला बनाने की मांग की जा रही है. बार एसोसिएशन द्वारा भी इस मांग को पुरजोर तरीके से उठाई जा रही है. राजनीतिक द्वेषता के चलते के हर बार सरकार सांभरलेक को जिला ना बनाकर क्षेत्र की जनता के साथ अन्याय कर रही है. ज्ञापन में मुख्यमंत्री से बजट सत्र में सांभरलेक को आसपास क्षेत्र के उपखंडों को जोड़कर नया जिला बनाने की मांग की है. इस दौरान अधिवक्ता शिवराज सिंह राठौड़, गिरीश नागू, शमीम उल हक, श्यामलाल पारीक, निशांत शर्मा, रतन चौधरी, विजय प्रजापत सहित अनेक अधिवक्ता मौजूद रहे.
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किया जाएगा आंदोलन: बार एसोसिएशन सांभरलेक के अध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा ने बताया कि जिले की मांग को लेकर जल्द ही राजनीतिक पार्टियों और सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर नई रणनीति बनाई जाएगी. 27 जनवरी को जिले की मांग को लेकर न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं द्वारा सांकेतिक धरना दिया जाएगा. वरिष्ठ अधिवक्ता अवधेश कुमार पारीक ने बताया कि सांभरलेक धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक, पर्यटन नगरी के साथ ही नमक व्यापार का लिए सबसे बड़ा केंद्र है.
70 सालों से कर रहे जिले की मांग: बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता अवधेश कुमार पारीक ने बताया कि आजादी के बाद से ही सांभरलेक को जिला बनाने की मांग की जा रही है. सांभरलेक जोधपुर और जयपुर रियासत काल में राजधानी रहा है. यह नमक का बहुत बड़ा केंद्र भी है. जिले की मांग को लेकर कई बार बड़े आंदोलन भी किए.