थराली: लोकतंत्र में जब सरकारें जनता की मांगों को पूरा नहीं करती हैं तो जनता अपनी मांगों को मनवाने के लिए या तो सड़कों पर प्रदर्शन करती है या फिर चुनावों में मतदान का एक मात्र सहारा रह जाता है. पहाड़ों में इन दिनों ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है. सड़क की मांग को लेकर पारतोली गांव के लोगों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा है. ग्रामीणों ने कहा कि सड़क न होने के कारण उनको दो किलोमीटर पैदल चलना पड़ा रहा है. इसको लेकर गांव वाले आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दे रहे हैं.
ग्रामीणों ने की सड़क की मांग: कर्णप्रयाग ब्लॉक के अंतर्गत किमोली ग्राम पंचायत के परतोली गांव के लोगों ने दो किलोमीटर सड़क की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग के माध्यम से जिलाधिकारी चमोली को ज्ञापन भेजा. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क से दो किलोमीटर पैदल दूरी नापकर गांव को पहुंचते हैं. इससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि इन दिनों गुलदार ने हर जगह खौफ पैदा कर रखा है. इतनी लंबी यात्रा पैदल तय करने से गुलदार कभी भी हमला कर सकता है. ऐसे में किसी के भी जान पर बन सकती है.
सड़क नहीं बनने पर चुनाव बहिष्कार की चेतावनी: स्कूली बच्चों को जूनियर हाईस्कूल जाने के लिए तीन किलोमीटर तो इंटरमीडिएट में पढ़ने के लिए 6 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है. अस्पताल भी गांव से काफी दूर है. ऐसे में ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि सड़क की मांग को लेकर अधिकारियों और नेताओं के कई चक्कर काट चुके हैं, लेकिन अभी तक सड़क नहीं बन पाई. सरकार द्वारा अनदेखी किए जाने से नाराज ग्रामीणों ने अब लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है.
ये भी पढ़ें: रुद्रप्रयाग में सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, क्रमिक अनशन कर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
ये भी पढ़ें: सड़क की मांग को लेकर महिलाओं ने किया हल्ला बोल, लोकसभा चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी