लखनऊ: भारतीय रेलवे अब सबसे ज्यादा कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन शुरू करेगा. दिल्ली से बनारस के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन अब 20 कोच की होगी. पहले दिन जहां यह प्रयागराज तक जाएगी, वहीं इसके बाद इसका संचालन लखनऊ तक होगा.
यही नहीं एक और वंदे भारत जो मेरठ से लखनऊ के बीच संचालित हो रही है, अब उसकी रेंज बढ़ाए जाने की भी रेलवे ने तैयारी की है. अब यह वंदे भारत ट्रेन मेरठ से लखनऊ होते हुए बनारस तक चलाई जाएगी. बनारस और लखनऊ के यात्रियों को दो और वंदे भारत ट्रेनों से आवागमन की सुविधा मिलेगी.
मेरठ से लखनऊ के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस रेलवे के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है. ट्रेन में सफर करने वाले मुसाफिरों का अकाल है. दोनों ओर से 65 से 70 फीसद सीटें खाली रह रही हैं. 530 यात्रियों की इस सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत में बैठने की क्षमता है लेकिन, अब तक कुल मिलाकर 825 से कुछ ज्यादा यात्री वंदे भारत ट्रेन को मिले हैं.
रेलवे को ट्रेन में सवारी न मिलने की फिक्र सता रही है, इसलिए अब एक नई योजना बनाई जा रही है. इस प्लान के तहत मेरठ से लखनऊ आने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को बनारस तक चलाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है.
रेलवे के जिम्मेदार बताते हैं कि पूरी उम्मीद है कि इसकी अनुमति मिल जाएगी. इसके बाद फिलहाल मेरठ से लखनऊ आने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस आने वाले दिनों में बनारस तक जाएगी. इससे सवरियों की संख्या निश्चित तौर पर बढ़ेगी और वंदे भारत एक्सप्रेस भी अच्छी चलने लगेगी.
बता दें कि इससे पहले गोरखपुर से लखनऊ के बीच संचालित होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस भी यात्रियों की कमी से शुरुआती दिनों में जूझ रही थी. इसे ध्यान में रखकर रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर से अयोध्या होते हुए लखनऊ आने वाली वंदे भारत की दूरी बढ़ा दी.
इसका प्रयागराज तक के लिए संचालन शुरू कर दिया, जिसके बाद यह ट्रेन भरकर चलने लगी. अब मेरठ लखनऊ की वंदे भारत ट्रेन को भी इसी तर्ज पर बनारस तक चलाने की तैयारी है.
मेरठ-लखनऊ रूट पर अब सबसे तेज चलने वाली ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस है. मेरठ सिटी से लखनऊ राज्यरानी एक्सप्रेस से वंदे भारत 1 घंटा 25 मिनट और नौचंदी एकसप्रेस से करीब ढाई घंटे पहले पहुंचाती है.
राज्य रानी एक्सप्रेस मेरठ से लखनऊ तक का सफर तय करने मे आमतौर पर 8:25 घंटे का समय लेती है तो नौचंदी एक्सप्रेस यह दूरी 9:30 घंटे में पूरी करती है. वंदे भारत एक्सप्रेस मेरठ से लखनऊ पहुंचने में सिर्फ 7 घंटे ही लगाती है.
लखनऊ-मेरठ वंदे भारत एक्सप्रेस लखनऊ के चारबाग स्टेशन से हर दिन दोपहर 2:45 बजे रवाना होती है और रात 9:55 बजे मेरठ पहुंचती है. मेरठ से यह सुबह 6:35 बजे खुलकर दोपहर एक बजे लखनऊ पहुंचती है.
मेरठ से लखनऊ के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन हफ्ते में छह दिन होता है. मंगलवार को ट्रेन का परिचालन नहीं होता है. आते-जाते वक्त लखनऊ-मेरठ वंदे भारत मुरादाबाद और बरेली में ठहरती है.
20 कोच वाली होगी पहली वंदे भारत: बनारस से दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में कोच बढ़ाए जा रहे हैं. कोच बढ़ाने के बाद पहले दिन इसका संचालन प्रयागराज तक होगा. इसके बाद यह ट्रेन दिल्ली बनारस लखनऊ के बीच संचालित होगी.
यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पहली ट्रेन होगी जो चार चेयरकार जुड़ने के बाद 20 कोच की हो जाएगी. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को करेंगे. वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को प्रयागराज के लिए रवाना करेंगे.
उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम रजनीश तिवारी बताते हैं कि वाराणसी जिले के बीच संचालित वंदे भारत ट्रेन में 20 कोच हो जाने से त्योहारों के दौरान यात्रियों को आवागमन में काफी आसानी होगी. इसके अलावा मेरठ से लखनऊ के बीच जो वंदे भारत ट्रेन चल रही है उसे बनारस तक चलाने पर मंथन हो रहा है. उम्मीद है कि जल्द ही इस पर निर्णय हो जाएगा. इसके बाद यह ट्रेन मेरठ से चलकर लखनऊ होते हुए बनारस तक जाएगी. इससे भी यात्रियों को बड़ी सहूलियत मिलेगी.
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