नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय ने सत्र 2024-25 के लिए स्नातक कोर्सेज में दाखिले के लिए पोर्टल लॉन्च करके आज से पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी. डीयू के डीन ऑफ कॉलेज के प्रोफेसर बलराम पाणी ने लैपटॉप का बटन दबाकर कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (CSAS) पोर्टल को लॉन्च किया. साथ ही उन्होंने स्नातक दाखिले से संबंधित इन्फॉर्मेशन बुलेटिन भी लॉन्च किया. उनके साथ डीन एडमिशन प्रोफेसर हनीत गांधी, कुल सचिव डॉक्टर विकास गुप्ता भी मौजूद रहे. एक बजे पोर्टल लॉन्च होने के साथ ही स्नातक में दाखिले के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
सीयूईटी यूजी की परीक्षा देने वाला कोई भी छात्र डीयू के स्नातक कोर्सेज में दाखिले के लिए पंजीकरण कर सकता है. पोर्टल पर पंजीकरण करने के लिए छात्रों के पास सीयूईटी यूजी की आवेदन संख्या होनी चाहिए. दिल्ली विश्वविद्यालय की एडमिशन ब्रांच द्वारा आज इस संबंध में प्रेस वार्ता का आयोजन कर विस्तार से जानकारी दी गई. पंजीकरण के पहले चरण में छात्र अपनी प्राथमिक जानकारी भरेंगे. उसके बाद जब सीयूईटी का रिजल्ट आ जाएगा, तब छात्र अपने स्कोर के साथ कोर्सेज और कॉलेज की वरीयता भर सकेंगे.
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय प्रतिवर्ष स्नातक दाखिले के लिए 70,000 सीटों पर आवेदन आमंत्रित करता है. इसके लिए सीयूईटी यूजी की परीक्षा पास करने वाले छात्रों को उनके सीयूईटी परीक्षा में प्राप्त किए गए अंकों के आधार पर डीयू में दाखिला मिलता है. डीयू में दाखिले के लिए कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम के माध्यम से सीटें आवंटित की जाती हैं. छात्र अपने सीयूईटी के स्कोर के आधार पर कॉलेज और कोर्सेज की वरीयता को भरते हैं. एक छात्र अपने 12वीं के विषय के आधार पर कई सारे कोर्सेज और कॉलेज को वरीयता के अनुसार भर सकता है. इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय की एडमिशन ब्रांच के द्वारा छात्र द्वारा दिए गए विकल्पों और उसके स्कोर को देखकर सीट आवंटित की जाती है.
ये भी पढ़ें : DU में चुनाव बहिष्कार के लिखे गए स्लोगन, दिल्ली पुलिस ने दो FIR दर्ज की
दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा सीट आवंटन के लिए कम से कम तीन सूची जारी की जाती हैं. छात्रों को उनकी वरीयता क्रम के अनुसार और कॉलेज में उपलब्ध सीटों की संख्या के आधार पर सीट आवंटित होती हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रतिवर्ष करीब एक महीने तक स्नातक की दाखिला प्रक्रिया चलती है. इसके बाद स्पोर्ट्स कोटे के भी दाखिले शुरू होते हैं. इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय का पूरा जोर समय से जुलाई में सत्र शुरू करने पर है, क्योंकि पिछले दो साल से सीयूईटी की परीक्षा के चलते समय से सत्र शुरू नहीं हो सका है, जिसकी वजह से आगे छात्रों की सेमेस्टर परीक्षाओं को समय पर कराने में भी समस्या आती है. इसके अलावा समय से छात्र संघ चुनाव को संपन्न करना भी डीयू प्रशासन के लिए एक चुनौती रहता है.
ये भी पढ़ें : DU में अटेंडेंस के मुद्दे पर भड़के स्टूडेंट्स, परीक्षा देने से रोका तो धरने पर बैठे, डीन को दिया लेटर