नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने मंगलवार को शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए स्नातक (यूजी) एडमिशन पॉलिसी लॉन्च कर दी है. यूजी एडमिशन पोर्टल कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) की लॉन्चिंग के साथ विश्वविद्यालय में स्नातक दाखिलों के पहले फेस की शुरुआत हो गई है. साथ ही स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) और एनसीवेब के लिए भी दाखिला पॉलिसी जारी की गई.
डीयू रजिस्ट्रार डॉ विकास गुप्ता ने बताया कि नए शैक्षणिक सत्र से सुपरन्यूमैरेरी कोटा के तहत सिंगल गर्ल चाइल्ड के लिए भी अब सभी कॉलेजों एवं विभागों की प्रत्येक कक्षा में एक-एक सीट आरक्षित रखी जाएगी. पिछले वर्ष डीयू ने देश में पहली बार अनाथ विद्यार्थियों के लिए भी आरक्षण की व्यवस्था की थी. रजिस्ट्रार ने बताया कि सीयूईटी स्कोर के आधार पर स्नातक कक्षाओं में लगभग 71 हजार सीटों पर कुल 79 प्रोग्रामों में दाखिले किए जाएंगे.
डीयू रजिस्ट्रार के मुताबिक, 69 कॉलेजों/विभागों के बीए प्रोग्रामों में कुल 183 कंबिनेशन उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि सीयूईटी रिजल्ट घोषित होने के बाद सीएसएएस के दूसरे फेज की शुरुआत की जाएगी. वहीं, एसओएल के लिए 3 जून से दाखिला प्रक्रिया शुरू होगी. जबकि, नॉन कॉलेजिएट वूमेंस एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब) के लिए दाखिला प्रक्रिया मंगलवार से ही शुरू हो गई है.
प्रवेश के लिए जरूरी नहीं सीयूईटी: स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) और नॉन कॉलेजिएट वूमेंस एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब) के स्नातक प्रोग्रामों में प्रवेश के लिए सीयूईटी की बाध्यता नहीं है. इन संस्थानों में प्रवेश 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों की योग्यता के आधार पर होता है. प्रोफेसर पायल मागो ने बताया कि स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग के 8 पीजी प्रोग्रामों और 9 यूजी प्रोग्रामों सहित पीजी डिप्लोमा इन आटोमेटेड एंड डिजिटल लाइब्रेरी मैनेजमेंट में प्रवेश 3 जून से शुरू हो रहा है.
प्रोफेसर पायल मागो के मुताबिक, सीयूईटी की घोषणा के बाद प्रवेश लेने वाले उम्मीदवारों को किसी भी कठिनाई से बचाने के लिए निर्णय लिया गया है कि एसओएल उन उम्मीदवारों की पूरी फीस वापस कर देगा, जो विश्वविद्यालय के प्रवेश बंद होने की अंतिम तिथि से पहले अपना प्रवेश वापस ले लेंगे. इसके लिए मात्र 500 रुपए ही प्रशासनिक शुल्क के रूप में फीस से काटे जाएंगे.
ये भी पढ़ें: