नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस को एक बार फिर से 'ऑपरेशन मिलाप' के तहत बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. नॉर्थ दिल्ली के कोतवाली थाने की पुलिस टीम ने तीन नाबालिग लड़कियों को सही सलामत परिजनों को सौंप दिया, जो अपने देहरादून स्थित घर से भागकर दिल्ली आ गईं थी. यह तीनों लड़कियां सोशल मीडिया व फिल्मी दुनिया से प्रभावित होकर बाहरी दुनिया की चकाचौंध का आनंद लेने के लिए परिवार की बंदिशों को तोड़कर दिल्ली पहुंची थी. देहरादून से दिल्ली पहुंची यह सभी लड़कियां गुरुग्राम (हरियाणा) के लिए बस में सवार होने जा रही थीं, लेकिन इससे पहले इनको दिल्ली पुलिस की टीम ने सुरक्षित ढूंढ निकाला.
डीसीपी मनोज कुमार मीणा के मुताबिक, दो जून को देहरादून के विकास नगर थाने में तीन नाबालिग लड़कियों की किडनैपिंग का मामला दर्ज किया गया था. इनकी उम्र 13, 14 और 17 साल बताई गई थी. सभी देहरादून के विकास नगर इलाके की रहने वाली हैं. इस संबंध में उत्तराखंड पुलिस की ओर से कोतवाली थाने को सूचना प्राप्त हुई थी. स्थानीय पुलिस से दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली थी कि अपहृत लड़कियों के फोन की आखिरी लोकेशन आईएसबीटी कश्मीरी गेट, दिल्ली है. इस दौरान देहरादून पुलिस की ओर से दिल्ली पुलिस के साथ अपहृत नाबालिग लड़कियों की तस्वीरें भी साझा की गईं.
मामले की संवेदनशीलता के मद्देनजर तुरंत एसीपी/सब-डिवीजन, कोतवाली शंकर बनर्जी के मार्गदर्शन और एसएचओ कोतवाली थाना इंस्पेक्टर जतन सिंह के निरीक्षण में एक विशेष टीम का गठन किया गया. टीम द्वारा जांच के दौरान कई बार नाबालिग लड़कियों के मोबाइल नंबर की लोकेशन जानने की कोशिश की गई, लेकिन फोन बंद होने की वजह से लोकेशन ट्रेस नहीं हो सकी. समय की कमी को देखते हुए अपहृत लड़कियों की तस्वीरों के 100 रंगीन प्रिंट छापे गए और तस्वीरें टीम के सदस्यों को आम लोगों के बीच ज्यादा से ज्यादा दिखाने के लिए प्रचारित की गईं. इसके बाद एसआई योगेश कुमार ने टीम को तीन ग्रुप में बांटा.
टीम के सदस्यों ने आईएसबीटी कश्मीरी गेट, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, सीस गंज गुरुद्वारा, फतेहपुरी और आसपास के मेट्रो स्टेशनों के बाजारों जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर लड़कियों की तस्वीरें व्यापक रूप से लोगों को दिखाईं. इस बीच, नाबालिग लड़कियों का पता लगाने के लिए करीब 150 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. करीब 4 बजे के आसपास इन लड़कियों को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास कोडिया पुल, कश्मीरी गेट के आसपास घूमते हुए देखा गया, जहां से यह सभी गुरुग्राम के लिए बस में चढ़ने की कोशिश कर रही थीं. नाबालिगों की तस्वीरें देहरादून पुलिस के साथ साझा की गईं तो उन्होंने इसकी पुष्टि की.
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पूछताछ में नाबालिग लड़कियों ने बताया कि वे सोशल मीडिया से प्रभावित थीं और वे अपने परिवार के बंधनों से मुक्त होकर आजादी से सोशल लाइफ का आनंद लेना चाहती थीं. इस कारण ही तीनों ने अपना घर छोड़कर हरियाणा के गुरुग्राम जाने की योजना बनाई थी. लड़कियों की सकुशल बरामदगी की सूचना मिलने के बाद देहरादून पुलिस की स्थानीय पुलिस कोतवाली थाने, दिल्ली पहुंची. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने इन तीनों नाबालिग लड़कियों को सुरक्षित उनके हवाले कर दिया.
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