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दिल्ली पुलिस ने जारी किया आपराधिक डेटा, पिछले साल की तुलना में 22.30 प्रतिशत की गिरावट - Delhi Police Released Criminal Data - DELHI POLICE RELEASED CRIMINAL DATA

दिल्ली पुलिस ने उत्तर पूर्व, शाहदरा, रोहिणी, उत्तर पश्चिमी, बाहरी उत्तरी सहित आठ जिलों का डेटा जारी किया है. डेटा के अनुसार, पिछले साल के मुकाबले इस साल अपराध में 22.30 प्रतिशत की कमी आई है.

दिल्ली क्राइम
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Apr 16, 2024, 1:00 PM IST

नई दिल्ली : दिल्लीवासियों के लिए अपराध को लेकर एक राहत भरी खबर आई है. यहां अपराध में गिरावट देखने को मिली है. पुलिस ने जोन एक में आने वाले उत्तर पूर्व, शाहदरा, रोहिणी, उत्तर पश्चिमी, बाहरी उत्तरी और केंद्रीय जिला का डेटा जारी किया है, जो इस साल के 31 मार्च तक का आकड़ा शामिल है. पिछले साल के मुकाबले 22.30 % की कमी आई है. फिलहाल पुलिस ने जोन 1 के 8 जिलों के क्राइम डेटा को लेकर लिस्ट जारी की है.

बताया जा रहा है कि दिल्ली में हो रहे अपराधों को लेकर पुलिस कमिश्नर हर 15 दिन में अपराध को लेकर समीक्षा बैठक बुलाते हैं, लेकिन इस बार किसान आंदोलन के कारण समीक्षा बैठक चार महीने बाद बुलाई गई. इसके बाद यह डेटा जारी किया गया. अब जोन 2 में आने वाले जिलों की बैठक जल्द होगी.

आठ जिलों में अपराध फीसदी में आई गिरावट

पुलिस द्वारा जारी डेटा के अनुसार, 31 मार्च 2024 तक कुल 35074 मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले साल 45,155 केस दर्ज हुए थे. केंद्रीय जिला सबसे आगे नंबर के साथ 1 जनवरी से 31 मार्च तक 57 फीसदी मामले सुलझाए गए. इसके बाद दूसरे नंबर पर शाहदरा जिला है, यहां इस साल के तीन महीनों में 53 फीसदी मामले सुलझाए गए है. हालांकि इस क्षेत्र में क्राइम की बढ़ोतरी देखने को मिली है. वहीं, उत्तर पूर्वी जिले में 40 फ़ीसदी मामले सुलझाए गए जबकि रोहिणी जिले ने 39 फ़ीसदी, बाहरी उत्तरी जिले ने 47 फ़ीसदी, उत्तरी जिले में 42 फ़ीसदी मामले सुलझाए गए. वहीं, उत्तर पश्चिमी जिला में मामले सुलझाने में गिरावट देखने को मिली है, यहां इस साल 35 फ़ीसदी मामले सुलझाए गए, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 42 फीसदी था.

दिल्ली क्राइम डेटा
दिल्ली क्राइम डेटा

ये भी पढ़ें : नोएडा: आलू की आड़ में ट्रक से नकली तंबाकू लेकर कर्नाटक जा रहे 6 तस्कर गिरफ्तार

डीसीपी हर्षवर्धन ने बताया कि क्राइम पर रोक लगाने को लेकर हमारी टीम जीपीएस के साथ अलग-अलग जगहों पर पेट्रोलिंग कर रही है. भीड़ वाली जगहों या त्योहारों के दौरान बदमाशों पर मोबाइल सर्विलांस के जरिए नजर रखी जा रही है. इतना ही नहीं किसी भी घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंचती है और मामले की जांच में जुट जाती है. पुलिस का कहना है कि क्राइम को कम करने के लिए पेट्रोलिंग करना बेहद जरूरी है, इससे आम लोग भी सुरक्षा महसूस करते है और अपराधी भी डरे रहते हैं.

ये भी पढ़ें : दिल्ली में AAP के 39 विधायकों पर क्रिमिनल केस, जानें इनकी क्राइम कुंडली

नई दिल्ली : दिल्लीवासियों के लिए अपराध को लेकर एक राहत भरी खबर आई है. यहां अपराध में गिरावट देखने को मिली है. पुलिस ने जोन एक में आने वाले उत्तर पूर्व, शाहदरा, रोहिणी, उत्तर पश्चिमी, बाहरी उत्तरी और केंद्रीय जिला का डेटा जारी किया है, जो इस साल के 31 मार्च तक का आकड़ा शामिल है. पिछले साल के मुकाबले 22.30 % की कमी आई है. फिलहाल पुलिस ने जोन 1 के 8 जिलों के क्राइम डेटा को लेकर लिस्ट जारी की है.

बताया जा रहा है कि दिल्ली में हो रहे अपराधों को लेकर पुलिस कमिश्नर हर 15 दिन में अपराध को लेकर समीक्षा बैठक बुलाते हैं, लेकिन इस बार किसान आंदोलन के कारण समीक्षा बैठक चार महीने बाद बुलाई गई. इसके बाद यह डेटा जारी किया गया. अब जोन 2 में आने वाले जिलों की बैठक जल्द होगी.

आठ जिलों में अपराध फीसदी में आई गिरावट

पुलिस द्वारा जारी डेटा के अनुसार, 31 मार्च 2024 तक कुल 35074 मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले साल 45,155 केस दर्ज हुए थे. केंद्रीय जिला सबसे आगे नंबर के साथ 1 जनवरी से 31 मार्च तक 57 फीसदी मामले सुलझाए गए. इसके बाद दूसरे नंबर पर शाहदरा जिला है, यहां इस साल के तीन महीनों में 53 फीसदी मामले सुलझाए गए है. हालांकि इस क्षेत्र में क्राइम की बढ़ोतरी देखने को मिली है. वहीं, उत्तर पूर्वी जिले में 40 फ़ीसदी मामले सुलझाए गए जबकि रोहिणी जिले ने 39 फ़ीसदी, बाहरी उत्तरी जिले ने 47 फ़ीसदी, उत्तरी जिले में 42 फ़ीसदी मामले सुलझाए गए. वहीं, उत्तर पश्चिमी जिला में मामले सुलझाने में गिरावट देखने को मिली है, यहां इस साल 35 फ़ीसदी मामले सुलझाए गए, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 42 फीसदी था.

दिल्ली क्राइम डेटा
दिल्ली क्राइम डेटा

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डीसीपी हर्षवर्धन ने बताया कि क्राइम पर रोक लगाने को लेकर हमारी टीम जीपीएस के साथ अलग-अलग जगहों पर पेट्रोलिंग कर रही है. भीड़ वाली जगहों या त्योहारों के दौरान बदमाशों पर मोबाइल सर्विलांस के जरिए नजर रखी जा रही है. इतना ही नहीं किसी भी घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंचती है और मामले की जांच में जुट जाती है. पुलिस का कहना है कि क्राइम को कम करने के लिए पेट्रोलिंग करना बेहद जरूरी है, इससे आम लोग भी सुरक्षा महसूस करते है और अपराधी भी डरे रहते हैं.

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