नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई कथित मारपीट और बदसलूकी के मामले में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. रविवार को पुलिस अफसरों ने सीएम हाउस में जांच की और एक सील बंद बॉक्स लेकर गई. पुलिस घटना के दिन की डीवीआर आदि के उपलब्ध नहीं होने की वजह से सीएम आवास पहुंची थी. सीसीटीवी फुटेज की भी जांच पड़ताल की जाएगी. पुलिस का प्रयास है कि घटना से जुड़े सभी साक्ष्य जुटाए जाएं.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की एक टीम एडिशनल डीसीपी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास पर इसलिए पहुंची ताकि स्वाति मालीवाल से जुड़ी घटना की बारीकी से जांच की जाए. पुलिस को अभी तक सीएम आवास में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और डीवीआर उपलब्ध नहीं कराया गया है. स्वाति मालीवाल की कंप्लेंट के आधार पर दिल्ली पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी बिभव कुमार को गिरफ्तार कर चुकी है.
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इस बीच देखा जाए तो स्वाति मालीवाल के साथ कथित मारपीट मामले में शनिवार को देर रात करीब साढ़े 9 बजे तीस हजारी कोर्ट के ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया. इस मामले पर तीस हजारी कोर्ट में देर रात तक बहस चली. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में बिभव कुमार पर मुख्यमंत्री आवास से घटना से जुड़े सबूत मिटाने के गंभीर आरोप लगाये हैं. बिभव कुमार के वकील ने इसको साजिश बताया है.
उधर, कोर्ट की ओर से बिभव कुमार को जांच के दौरान परिवार के सदस्यों और वकील से मिलने की इजाजत भी दी गई है. इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा है कि मेडिकल आधार पर जरूरत पड़ने पर उनको दवा आदि भी उपलब्ध करवायी जाए. पुलिस ने कोर्ट में दलील दी कि आरोपी बिभव कुमार ने महिला सांसद को बुरी तरह से पीटा और घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज खाली सौंपा है. पुलिस ने यह भी कहा है कि बिभव ने मोबाइल फोन को फॉर्मेट कर दिया है जोकि मुंबई में किया गया.
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