नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली पुलिस ने दोपहिया वाहन चोरी गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसमें पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और चोरी के वाहनों और पुर्जों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया है. पुलिस ने बताया कि बुराड़ी के उत्तराखंड एन्क्लेव निवासी आनंद सिंह की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई, जिसकी मोटरसाइकिल 24 नवंबर की रात को चोरी हो गई थी.
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#WATCH | Delhi Police recovered a large number of stolen two-wheelers and vehicle parts.
— ANI (@ANI) December 2, 2024
Raja Banthia, DCP North District gives details on the case; he says, " ...they used to steal one type of several bikes in one night. they had their godown in loni, ghaziabad. the bike was… pic.twitter.com/NmE40rTEm1
डीसीपी राजा बांठिया ने बताया,
मामले की जांच के दौरान पता चला कि 24/25 नवंबर की रात को बुराड़ी पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में अलग-अलग जगहों से कुल तीन रॉयल एनफील्ड बाइक चोरी हुई थीं. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया, जिसमें चोरी में शामिल छह लोगों की पहचान की गई. वे एक रात में कई तरह की बाइक चुराते थे. गाजियाबाद के लोनी में उनका गोदाम था. गोदाम में बाइक के टुकड़े किए जाते थे और बाइक्स को कूरियर या पार्सल के जरिए सूरत, अहमदाबाद, पुणे और बेंगलुरु भेजा जाता था.
उन्होंने ये भी बताया,
हमने मुख्य ऑटो चोर शाहनवाज नामक वयस्क चोर को पकड़ा है. दो अन्य फरार हैं, हम उनकी तलाश कर रहे हैं. वे बच्चों को नौकरी पर रखते थे और उन्हें प्रत्येक बाइक चोरी के लिए 1000 रुपये देते थे. उन्होंने 3 बच्चे नौकरी पर रखे थे...वे खजूरी खास के रहने वाले थे. रिसीवर मोहम्मद फारूक (30) इंदिरापुरी, लोनी, गाजियाबाद का रहने वाला है, उसने वहां किराए पर गोदाम ले रखा था...पूछताछ में उसने बताया कि एक साल पहले तक वह मैकेनिक का काम करता था. लेकिन उसका वेतन उसकी जरूरतों के मुताबिक नहीं था...हमने 20 दोपहिया वाहन, 18 मोटरसाइकिल, 2 स्कूटी, 51 नंबर प्लेट, 10 चेसिस, 34 सीटें, टेल लाइटें, मड गार्ड, इंजन, टूल किट वगैरह... रिकवर किए हैं. संदिग्धों में से एक किशोर को पकड़ा गया. उसने खुलासा किया कि उसे और उसके दो दोस्तों को खजूरी खास के दो व्यक्तियों ने दोपहिया वाहन चोरी करने के लिए काम पर रखा था. जांच के दौरान पुलिस को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के लोनी निवासी मुहम्मद फारूक तक पहुंचने में सफलता मिली, जो इस गिरोह का मास्टरमाइंड निकला. पेशे से ऑटो मैकेनिक फारूक गिरोह के सदस्यों से चोरी की गाड़ियां खरीदता था और उन्हें तोड़कर सूरत, पुणे, बेंगलुरु और अन्य शहरों में ग्राहकों को पुर्जे बेचता था."
पुलिस ने फारूक के गोदाम से चोरी की 20 दोपहिया गाड़ियां, 51 नंबर प्लेट, 10 चेचिस और बाइक के कई पुर्जे बरामद किए. फारूक और हसन खान उर्फ शाहनवाज समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी सह-आरोपियों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी और गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने 58 मामलों को सुलझा लिया है.
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