नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस अकादमी की ओर से सीनियर अधिकारियों और जांच अधिकारियों के लिए ब्लॉकचेन तकनीक और क्रिप्टोकरेंसी पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन पुलिस आयुक्त संजय अरोडा ने किया. इसमें पुलिस के अलग-अलग विभागों से जुड़े तमाम अधिकारियों ने शिरकत की. इस कार्यशाला का मकसद प्रतिभागियों को इन उभरती प्रौद्योगिकियों द्वारा उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए ज्ञान और कौशल दृष्टिकोण से लैस करना रहा. साथ ही व्यवहारिक अभ्यास और प्रदर्शनों के जरिये बिटकॉइन के आसपास की जटिलताओं को समझाया गया.
इस अवसर पर स्पेशल सीपी ट्रेनिंग डिवीजन आईपीएस छाया शर्मा ने कहा कि यह कार्यशाला हमारे अधिकारियों को आगे रखने और उभरते आपराधिक परिदृश्य और वित्तीय अपराध करने के आधुनिक तरीकों में ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी द्वारा उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने का एक मूल्यवान अवसर है. आदर्श ऑडिटोरियम में आयोजित वर्कशॉप में स्पेशल पुलिस आयुक्त, ज्वाइंट सीपी, पुलिस उपायुक्त, जिलों और स्पेशल यूनिट्स के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर्स ने प्रमुख रूप से भाग लिया.
सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद के भूषण गुलाब राव बोरसे आईपीएस और उनकी टीम ने एक इंटरैक्टिव लेक्चर भी दिया. जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि हर प्रतिभागी व्यावहारिक अभ्यास और प्रदर्शनों के जरिए से बिटकॉइन के आसपास की जटिलताओं को समझे. उनको दो संकाय सदस्यों अश्वर्या और नितिन शर्मा की ओर से भी इस वर्कशॉप में सहायता प्रदान की गई.
प्रशिक्षण और विकास में शामिल होकर दिल्ली पुलिस नागरिकों की सुरक्षा और सार्वजनिक विश्वास को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है. ब्लॉकचेन ट्रेनिंग का हिस्सा बनकर तेजी से बढ़ती डिजिटल दुनिया में भविष्य के प्रूफिंग कानून प्रवर्तन को सक्षम बनाने का काम किया जा सकेगा. बता दें कि ब्लॉकचेन एक साझा, अपरिवर्तनीय खाता-बही है जो किसी कमर्शियल नेटवर्क में लेनदेन को रिकॉर्ड करने और परिसंपत्तियों पर नज़र रखने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाता है.
ये भी पढ़ें: स्वाति मालीवाल से मारपीट के आरोपी बिभव कुमार की न्यायिक हिरासत 13 सितंबर तक बढ़ी
ये भी पढ़ें: दिल्ली शराब घोटाला: जिस हलफनामे के लिए समय मांगा वह सार्वजनिक कैसे हुई? आतिशी का CBI पर बड़ा आरोप